मेरठ, 20 दिसंबर 2024: उत्तर प्रदेश के मेरठ में प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा की शिवपुराण कथा के दौरान आज एक बड़ा हादसा हो गया। कथा पांडाल के एंट्री गेट पर जबरदस्त भगदड़ मच गई, जिससे कई महिलाएं घायल हो गईं। यह घटना शताब्दीनगर क्षेत्र में हो रही कथा के दौरान हुई, जब बड़ी संख्या में श्रद्धालु कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे।
हादसा एंट्री गेट पर हुआ
सूत्रों के मुताबिक, आज कथा के छठे दिन एंट्री गेट पर भारी भीड़ जमा हो गई, और अव्यवस्था के कारण भगदड़ मच गई। महिला श्रद्धालु एक-दूसरे पर गिरने लगीं, जिससे कुछ महिलाएं घायल हो गईं। घायलों को तात्कालिक उपचार के लिए पास के अस्पतालों में भेजा गया है।

मेरठ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) ने जानकारी दी कि हादसा पांडाल के एंट्री गेट पर हुआ था। उन्होंने बताया, “भीड़ अधिक होने के कारण भगदड़ मच गई, लेकिन राहत की बात यह है कि कोई भी व्यक्ति गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ है। स्थिति अब पूरी तरह से नियंत्रण में है।”
पुलिस और मेडिकल टीम मौके पर
घटना के बाद पुलिस और मेडिकल टीमों को तुरंत मौके पर भेजा गया। पुलिस ने घटनास्थल पर स्थिति को काबू में किया और एम्बुलेंस के जरिए घायलों को अस्पताल भेजा। SSP ने बताया कि मौके पर कई पुलिस अधिकारी, मेडिकल टीम और एम्बुलेंस तैनात किए गए थे, जिन्होंने तुरंत घायलों को इलाज मुहैया कराया।

एक लाख से ज्यादा लोग पहुंचे थे
शताब्दीनगर में 15 से 21 दिसंबर तक पंडित प्रदीप मिश्रा की शिवपुराण कथा का आयोजन हो रहा है, जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु जुटे हैं। जानकारी के अनुसार, लगभग एक लाख लोग इस कथा में शामिल होने के लिए पहुंचे थे, न केवल मेरठ बल्कि आसपास के जिलों से भी लोग आए थे। कथा का आयोजन एक बड़े खुले मैदान में किया जा रहा था, जहां भीड़ के चलते सुरक्षा की व्यवस्थाएं चुनौतीपूर्ण साबित हो रही थीं।
पुलिस ने की राहत और बचाव कार्य की पुष्टि
हादसे के बाद मेरठ पुलिस ने मौके पर अतिरिक्त बल तैनात किया और स्थिति को नियंत्रित किया। SSP ने कहा, “हम घटना की हर एंगल से जांच करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि भविष्य में ऐसी स्थिति से बचने के लिए बेहतर व्यवस्थाएं की जाएं।”
श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर सवाल
कथा के आयोजन में इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने के बावजूद सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन में खामियां साफ दिखीं। एंट्री गेट पर अव्यवस्था और भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस और आयोजकों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। कई लोगों का कहना है कि अगर उचित सुरक्षा प्रबंध होते तो भगदड़ की स्थिति से बचा जा सकता था।
यह हादसा सभी के लिए एक चेतावनी है, खासकर आयोजकों के लिए, कि भविष्य में इस तरह के आयोजनों में सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन की व्यवस्था को और सख्त किया जाए, ताकि ऐसी दुखद घटनाओं से बचा जा सके।
घटनास्थल पर पुलिस और प्रशासन का काम जारी
मेरठ पुलिस ने कहा है कि मामले की पूरी जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल, स्थिति नियंत्रण में है और आगामी आयोजनों के लिए सुरक्षा को और कड़ा किया जाएगा।
कथा का आयोजन 21 दिसंबर तक चलेगा, और आयोजकों ने लोगों से सुरक्षा दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की है।
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