नई दिल्ली: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ स्थगन के ऐलान के बाद दुनियाभर के शेयर बाजारों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली। अमेरिका से लेकर एशिया के कई देशों तक स्टॉक्स ने रॉकेट की तरह उड़ान भरी और निवेशकों का भरोसा तेजी से लौटा।
ट्रंप का फैसला और बाजार की प्रतिक्रिया
डोनाल्ड ट्रंप ने 9 अप्रैल को अपने रेसिप्रोकल टैरिफ योजना पर 90 दिनों की रोक लगाने की घोषणा की। इस फैसले के तहत अमेरिका ने चीन को छोड़कर बाकी देशों पर लगने वाले आयात शुल्क को फिलहाल के लिए टाल दिया है। हालांकि चीन पर टैरिफ को न केवल बरकरार रखा गया, बल्कि इसे बढ़ाकर 125 प्रतिशत कर दिया गया है, जो पहले 104 प्रतिशत था।
ट्रंप के इस एलान के बाद वैश्विक निवेशकों में उत्साह देखने को मिला और बाजारों में उछाल आ गया। अमेरिका का प्रमुख स्टॉक इंडेक्स S&P 500 9.5% की तेजी के साथ 2008 के आर्थिक संकट के बाद सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया। वहीं, टेक-हैवी Nasdaq में 12.2% की जबरदस्त तेजी आई, जो एक दिन में 2001 के बाद सबसे बड़ी उछाल है।

अमेरिकी बाजारों के सकारात्मक संकेतों का असर एशियाई शेयर बाजारों पर भी साफ नजर आया। जापान का Nikkei 225 इंडेक्स 8.3% की उछाल के साथ खुला, जबकि दक्षिण कोरिया का Kospi 5% बढ़त के साथ हरे निशान में रहा। ऑस्ट्रेलिया के ASX 200 ने भी 6% की मजबूती दिखाई।
वियतनाम, ताइवान और इंडोनेशिया में भी उछाल
वियतनाम के बाजार में अमेरिकी निर्यात पर लगने वाले भारी टैरिफ में देरी के चलते 6.6% की शुरुआती तेजी आई। मुख्य इंडेक्स 1,166.71 पर पहुंच गया। वहीं ताइवान में भी 9.2% की छलांग देखी गई। इंडोनेशिया के जकार्ता कंपोजिट इंडेक्स ने भी खुलते ही 4.85% की तेजी दिखाई।
हॉन्ग-कॉन्ग और चीन के संकेत
हॉन्ग-कॉन्ग का Hang Seng Index 2.69% की बढ़त के साथ 20,810 पर पहुंचा, जबकि शंघाई कंपोजिट इंडेक्स 3,227 के स्तर पर बंद हुआ, जिसमें 41 अंकों की बढ़त दर्ज की गई।
आर्थिक अस्थिरता के समय सुरक्षित निवेश माने जाने वाले जापानी येन की कीमत भी बढ़ी और यह डॉलर के मुकाबले 146.83 येन पर आ गया। सोने की कीमतों में भी 0.5% का उछाल आया और यह 3,097 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया।
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डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ पर अस्थायी रोक लगाने के फैसले से वैश्विक शेयर बाजारों में राहत की लहर दौड़ गई है। अमेरिका और चीन के बीच व्यापार तनाव बने रहने के बावजूद, बाकी देशों के लिए टैरिफ स्थगन ने निवेशकों को राहत दी है। आने वाले दिनों में बाजार की नजरें इस बात पर रहेंगी कि यह राहत अस्थायी है या नीति में कोई बड़ा बदलाव आने वाला है।