HomeकारोबारIMF का वैश्विक आर्थिक दृष्टिकोण: भारत के लिए अच्छी खबर, चुनौतियां भी

IMF का वैश्विक आर्थिक दृष्टिकोण: भारत के लिए अच्छी खबर, चुनौतियां भी

IMF ने अपने ताजा अनुमान में 2024 के लिए वैश्विक विकास दर 3.2% बरकरार रखी है। हालांकि, अमेरिका और जापान के लिए अनुमानों में कमी की गई है, जिसका कारण क्रमशः धीमी शुरुआत और अस्थायी आपूर्ति समस्याएं हैं।

भारत के लिए अच्छी खबर:- भारत के लिए अच्छी खबर दी है। IMF ने 2024-25 के लिए भारत की विकास दर का अनुमान 6.8% से बढ़ाकर 7% कर दिया है। यह बढ़ोतरी मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में निजी खपत में सुधार की उम्मीद के कारण है। हालांकि, 2025-26 के लिए विकास दर का अनुमान 6.5% ही रखा गया है।

चीन की मुश्किलें: एशिया में विकास के मुख्य चालक चीन और भारत होने की उम्मीद है। चीन की विकास दर का अनुमान भी बढ़ाकर 5.5% किया गया है, लेकिन वहां कमजोर विश्वास और संपत्ति क्षेत्र की समस्याएं चुनौती बनी हुई हैं।

वैश्विक जोखिम: IMF ने वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए कई जोखिमों की ओर ध्यान दिलाया है। इनमें उच्च मुद्रास्फीति, व्यापार तनाव और नीतिगत अनिश्चितता शामिल हैं। उच्च मुद्रास्फीति के कारण लंबे समय तक ब्याज दरें ऊंची रह सकती हैं, जिससे वित्तीय जोखिम बढ़ सकते हैं। इसके अलावा, कुछ देशों में होने वाले चुनावों के वजह से आर्थिक नीतियों में बड़े बदलाव हो सकते हैं, जिनका बाकी दुनिया पर बुरा असर पड़ सकता है।

सावधानी की जरूरत: IMF ने सावधान किया कि उच्च मुद्रास्फीति से निपटने के लिए सावधानीपूर्वक मौद्रिक नीति समायोजन करना चाहिए । इसके अलावा, व्यापार और भू-राजनीतिक तनाव भी बढ़ सकते हैं, जिससे मुद्रास्फीति और बढ़ सकती है।

कुल मिलाकर, IMF का वैश्विक आर्थिक दृष्टिकोण भारत के लिए सकारात्मक है, लेकिन चुनौतियों से भरा भी है। भारत को अपनी विकास गति को बनाए रखने के लिए निजी खपत को बढ़ावा देने और मुद्रास्फीति पर नियंत्रण रखने की जरूरत होगी।

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