इंदौर, 8 सितंबर – इंदौर के राजबाड़ा पर शुक्रवार की रात हरतालिका तीज की पूजा के दौरान एक शर्मनाक घटना सामने आई है, जहां महिलाओं से छेड़छाड़ की गई। 22 वर्षों से यहां आयोजित हो रही भजन संध्या के इतिहास में पहली बार इस तरह का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस घटना में शामिल 8 से 10 युवकों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
इंदौर घटना का विवरण
शुक्रवार की रात राजबाड़ा चौक पर हरतालिका तीज के अवसर पर आयोजित भजन संध्या में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल थीं। देर रात करीब 12 बजे, कुछ युवकों ने महिलाओं के साथ अश्लील हरकतें करनी शुरू कर दीं। महिलाओं ने इसका विरोध किया, जिसके बाद मौके पर मौजूद बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने युवकों को पकड़ लिया और पुलिस को सौंप दिया।
अरेस्ट और पुलिस की कार्रवाई:
पुलिस ने गिरफ्तार किए गए युवकों से पूछताछ शुरू कर दी है। टीआई दीपक यादव ने अमर उजाला से बातचीत में बताया कि युवकों को कोर्ट में पेश किया जाएगा और फिर आगे की कार्रवाई की जाएगी। बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता गन्नी चौकसे ने कहा कि लोगों ने खुद आरोपियों को पकड़ा और पुलिस के हवाले किया। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने आरोपी युवकों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की है।

बजरंग दल की भूमिका:
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि नाम पूछने पर युवकों ने पहले हिंदू नाम बताए, लेकिन आईडी कार्ड मांगे जाने पर वे आनाकानी करने लगे। कुछ युवकों के आधार कार्ड चेक किए गए और उनके सही नाम सामने आए। बजरंग दल ने दावा किया कि उन्होंने 14 युवकों को पुलिस के हवाले किया है।
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सुरक्षा के इंतजाम:
घटना के बाद, राजबाड़ा पर कार्यक्रम में अकेले आ रहे युवकों की एंट्री बंद कर दी गई। पुलिस ने केवल उन युवकों को अंदर जाने की अनुमति दी जो किसी महिला के साथ थे। रात्रि के कार्यक्रम में यातायात व्यवस्था को संभालने में महिला पुलिस ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ट्रैफिक टीआई सीमा भंडारी और उनकी टीम ने सुरक्षा सुनिश्चित की।
हरतालिका तीज का महत्व:
राजबाड़ा पर हरतालिका तीज का रतजगा इंदौर और आसपास के गांवों में विशेष महत्व रखता है। निर्जला व्रत के बावजूद भजनों की स्वरलहरियों और आतिशबाजी के बीच महिलाओं और युवतियों की भक्ति और उत्साह की झलक इस आयोजन में देखने को मिलती है। इस साल, सांसद शंकर लालवानी ने भी कार्यक्रम में शामिल होकर महिलाओं का उत्साह बढ़ाया।
निष्कर्ष:
यह घटना राजबाड़ा पर आयोजित हरतालिका तीज की पूजा की गरिमा को प्रभावित करती है। पुलिस और स्थानीय प्रशासन द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई ने यह सुनिश्चित किया है कि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। साथ ही, आयोजकों और सुरक्षाकर्मियों द्वारा की गई सतर्कता से भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने में मदद मिलेगी।