राजकोट, 6 सितंबर* – एक 21 साल की युवती के साथ बलात्कार के आरोप में 40 दिनों से फरार बीजेपी कार्यकर्ता विजय रादड़िया ने आखिरकार आत्मसमर्पण कर दिया है। विजय रादड़िया, जो राजकोट के एक शैक्षणिक संस्थान का ट्रस्टी है, को आज गिरफ्तार कर लिया गया और उसे 9 सितंबर तक पुलिस हिरासत में भेजा गया है।
राजकोट मामले का विवरण
युवती ने जून 2023 में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी और आरोप लगाया था कि शैक्षणिक संस्थान के परिसर में दो लोगों ने उसका बलात्कार किया। आरोपियों में विजय रादड़िया और गांव के पूर्व सरपंच मधु थधानी शामिल हैं। इस मामले की FIR 25 जुलाई को दर्ज की गई थी। युवती ने बताया कि उसने शैक्षणिक संस्थान में ग्रैजुएशन की पढ़ाई की और हॉस्टल में भी काम किया।

आरोप और आत्मसमर्पण:
युवती ने आरोप लगाया कि जून 2023 में विजय और मधु ने उसे बार-बार ‘आंख मारना और मुस्कुराना’ शुरू कर दिया। लगभग 15 दिन बाद, मधु ने उसे फोन कर कॉलेज न जाने और अपने कमरे में रहने को कहा। इसके बाद, विजय और मधु कथित तौर पर उसके कमरे में पहुंचे, धमकाया और बारी-बारी से बलात्कार किया।
इसके बाद युवती ने 12 जुलाई 2024 को सूरत में पढ़ाई के लिए जाने के बाद भी मधु से मुलाकात की, जिसमें मधु ने उसका यौन उत्पीड़न किया और उसे धमकाया। मधु थधानी को 2 अगस्त 2024 को गिरफ्तार किया गया था और वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में है।
विजय रादड़िया, जो कि राजकोट जिला पंचायत सदस्य दक्षा रादड़िया का पति है, इस मामले में फरार था। उसने 26 जुलाई को अग्रिम ज़मानत की अर्जी दी थी, जिसे कोर्ट ने 3 सितंबर को खारिज कर दिया था। कोर्ट ने तर्क किया कि विजय की पत्नी राजनीतिक रूप से प्रभावशाली है, और अग्रिम ज़मानत मिलने पर वह गवाहों को प्रभावित कर सकता है।
ये भी पढ़ें:- उत्तर प्रदेश के हाथरस में भीषण सड़क हादसा, 15 लोगों की मौत, दर्जन भर घायल
आत्मसमर्पण और कोर्ट का आदेश:
आखिरकार, विजय रादड़िया ने 5 सितंबर को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। उसे गिरफ्तार कर 6 सितंबर को कोर्ट में पेश किया गया, जहां कोर्ट ने उसे 9 सितंबर तक पुलिस हिरासत में भेजने का आदेश दिया है। विजय रादड़िया के आत्मसमर्पण के साथ, इस मामले की कानूनी प्रक्रिया अब आगे बढ़ेगी और न्याय की उम्मीद जताई जा रही है।