कानपुर: भारतीय क्रिकेट टीम ने हाल ही में कानपुर में बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट मैच में अद्भुत प्रदर्शन करते हुए जीत हासिल की। इस जीत के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने टीम की आक्रामक रणनीति और उनके कमाल के खेल पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि टीम रिज़ल्ट के लिए किसी भी तरह का रिस्क लेने के लिए तैयार थी।
आक्रामक इंटेंट का प्रदर्शन
रोहित शर्मा की कप्तानी की जमकर तारीफ हो रही है, खासकर उनकी पहली पारी में अटैकिंग इंटेंट के साथ बल्लेबाजी के लिए। उन्होंने कहा, “हमें इस बारे में बहुत सोचना पड़ा कि ढाई दिन बर्बाद होने के बाद गेम को कैसे आगे ले जाया जाए। चौथे दिन जब हम आए, तो हमने सोचा कि जितना जल्दी हो सके बांग्लादेश को समेटने की कोशिश करें।”
रणनीतिक बदलाव
भारत ने पहले गेंदबाजी चुनी और पहले दिन खराब रोशनी और बारिश के कारण केवल 35 ओवर का खेल हो पाया। दूसरे और तीसरे दिन बारिश के चलते मैच बर्बाद हो गया। लेकिन अंतिम दो दिनों में भारतीय टीम ने बेहतरीन रणनीति अपनाते हुए, बांग्लादेश की पहली पारी को 233 पर समेटा और फिर 285-9 के टोटल पर अपनी पारी घोषित की।

रोहित ने आगे कहा, “जब वह 230 के आसपास सिमट गए, हमने सोचा कि अब बात रनों की नहीं, बल्कि ओवरों की है। हमें तेज़ी से स्कोर बढ़ाना था। यह रिस्क लेना हमारे लिए जरूरी था, और हम इसके लिए तैयार थे।”
रोहित का योगदान
रोहित ने अपनी पहली दो गेंदों पर दो छक्के लगाकर खेल की दिशा बदलने का प्रयास किया। हालांकि उनकी पारी सिर्फ 11 गेंदों में 23 रन पर समाप्त हो गई, लेकिन उनके प्रयास ने बाकी बल्लेबाजों को प्रेरित किया और भारत को एक मजबूत स्थिति में पहुंचाया।

जीत का संकल्प
आखिरकार, भारत ने बांग्लादेश को 146 पर समेटकर जीत के लिए 95 रनों का लक्ष्य रखा। टीम इंडिया ने केवल तीन विकेट खोकर यह लक्ष्य हासिल कर लिया, जो उनकी रणनीतिक सोच और उत्कृष्ट खेल का प्रमाण है।
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रोहित ने इस टेस्ट में भारतीय टीम की परिपक्वता और सामूहिक प्रयासों की सराहना की, जो दिखाता है कि टीम को परिणाम के लिए किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।