पूर्व भारतीय क्रिकेटर विनोद कांबली लंबे समय से आर्थिक और स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं। ऐसे कठिन समय में भारतीय क्रिकेट के दिग्गज सुनील गावस्कर ने उनके लिए सहारा बनकर एक मिसाल पेश की है। गावस्कर की संस्था CHAMPS फाउंडेशन ने कांबली को हर महीने ₹30,000 की आजीवन सहायता देने का फैसला किया है, साथ ही सालाना ₹3 लाख की मेडिकल सहायता भी प्रदान की जाएगी। यह सहायता 1 अप्रैल 2025 से शुरू हो चुकी है।
CHAMPS फाउंडेशन की शुरुआत 1999 में सुनील गावस्कर ने उन खिलाड़ियों की मदद के लिए की थी, जो क्रिकेट से रिटायर होने के बाद आर्थिक कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। कांबली इस फाउंडेशन से लाभान्वित होने वाले दूसरे पूर्व भारतीय खिलाड़ी हैं। इससे पहले दिग्गज ऑलराउंडर सलीम दुर्रानी को भी इसी फाउंडेशन से आर्थिक मदद दी गई थी।
इस सहायता का फैसला उस वक्त हुआ जब 11 जनवरी 2025 को वानखेड़े स्टेडियम की 50वीं वर्षगांठ के मौके पर कांबली और गावस्कर की मुलाकात हुई थी। कांबली ने गावस्कर से मिलते वक्त उनके पैर छुए, और उनकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। बताया गया कि कांबली उस वक्त ठीक से चल भी नहीं पा रहे थे। इसी मुलाकात के अगले ही दिन गावस्कर ने उनके डॉक्टरों से मिलकर स्वास्थ्य की जानकारी ली और तुरंत मदद का निर्देश दिया।

CHAMPS फाउंडेशन से जुड़े अनिल जोशी ने बताया कि यह पूरी पहल खुद सुनील गावस्कर की थी, जो अपने पुराने साथी की हालत देखकर काफी भावुक हो गए थे। फाउंडेशन ने न सिर्फ मासिक सहायता तय की, बल्कि मेडिकल ज़रूरतों के लिए भी विशेष प्रावधान किया है।
कांबली पिछले साल दिसंबर में यूरिन इंफेक्शन और मांसपेशियों में ऐंठन की शिकायत के चलते ठाणे के एक अस्पताल में भर्ती हुए थे और 1 जनवरी 2025 को उन्हें छुट्टी मिली थी। इससे पहले साल 2013 में उनकी दो हार्ट सर्जरी भी सचिन तेंदुलकर की आर्थिक मदद से हुई थी।
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विनोद कांबली ने भारत के लिए 17 टेस्ट और 104 वनडे मैच खेले हैं। टेस्ट में उन्होंने 1084 रन, जबकि वनडे में 2477 रन बनाए। क्रिकेट से रिटायरमेंट के बाद उनका जीवन कई मुश्किलों से भरा रहा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वे नशे की लत के शिकार हो गए थे और उन्हें करीब 15 बार रिहैब सेंटर में भर्ती कराया गया।
गावस्कर की यह पहल न केवल खिलाड़ियों की मदद के लिए एक प्रेरणा है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि क्रिकेट के मैदान से बाहर भी खिलाड़ी एक-दूसरे के लिए खड़े होते हैं।