भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज की शुरुआत से पहले टीम इंडिया के लिए राहत भरी खबर आई है। युवा ओपनर शुभमन गिल, जिन्हें अंगूठे की चोट के कारण पहले टेस्ट से बाहर माना जा रहा था, अब पर्थ में 22 नवंबर से शुरू होने वाले पहले टेस्ट में खेल सकते हैं। यह अपडेट भारतीय टीम के गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल ने दिया है।
गिल की स्थिति में सुधार
मोर्ने मोर्कल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि शुभमन गिल की चोट पहले की तुलना में काफी बेहतर हुई है। उन्होंने कहा,
“गिल दिन-प्रतिदिन बेहतर हो रहे हैं। हमने उनका प्रदर्शन मैच सिमुलेशन में देखा है और वह अच्छी स्थिति में हैं। उनके खेलने पर अंतिम फैसला मैच वाले दिन की सुबह लिया जाएगा, लेकिन उम्मीद है कि वह खेलेंगे।”

गिल का ऑस्ट्रेलिया में शानदार रिकॉर्ड
शुभमन गिल का ऑस्ट्रेलिया में खेल का अनुभव भारतीय टीम के लिए बेहद महत्वपूर्ण हो सकता है। 2020-21 की टेस्ट सीरीज में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में तीन टेस्ट मैचों में 51 की औसत से 259 रन बनाए थे, जिसमें दो अर्धशतक शामिल थे। उस दौरे में उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों के खिलाफ अपने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया था।

गिल की फिटनेस क्यों अहम है?
गिल की फिटनेस से टीम इंडिया को पारी की शुरुआत में स्थिरता मिलेगी। रोहित शर्मा के साथ उनकी ओपनिंग जोड़ी कोच और चयनकर्ताओं की पहली पसंद मानी जा रही है। गिल की मौजूदगी से टीम इंडिया को मजबूत शुरुआत मिल सकती है, जो ऑस्ट्रेलिया जैसी चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में बेहद जरूरी है।
टीम इंडिया के लिए सकारात्मक शुरुआत की उम्मीद
टीम इंडिया के लिए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी हमेशा से महत्वपूर्ण रही है। पिछली बार भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी, और इस बार भी सभी की निगाहें टीम के प्रदर्शन पर हैं। शुभमन गिल की वापसी से भारतीय बल्लेबाजी क्रम को मजबूती मिलेगी और सीरीज का रोमांच बढ़ेगा।
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