कोलंबो: बुधवार, 7 अगस्त को आर. प्रेमदासा स्टेडियम में खेले गए तीसरे और अंतिम वनडे में श्रीलंका ने भारत को 110 रनों से हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की। इस जीत के साथ ही श्रीलंका ने 1997 के बाद पहली बार भारत के खिलाफ द्विपक्षीय वनडे सीरीज जीती है।


श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवरों में 248/7 रन बनाए। अविष्का फर्नांडो ने 96 गेंदों में शानदार 96 रन बनाए, जबकि कुसल मेंडिस ने 59 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली। रियान पराग ने भारत की ओर से सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करते हुए 54 रन देकर 3 विकेट लिए।
भारत की पारी की शुरुआत अच्छी नहीं रही। कप्तान रोहित शर्मा ने 20 गेंदों में 35 रन बनाए, लेकिन उनके आउट होते ही भारतीय बल्लेबाजी ढह गई। शुभमन गिल केवल 6 रन बना सके, और विराट कोहली भी 20 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद श्रीलंकाई स्पिनरों ने भारतीय बल्लेबाजों को परेशान किया और टीम 26.1 ओवर में 138 रनों पर सिमट गई। दूनिथ वेल्लालागे ने 27 रन देकर 5 विकेट लिए और श्रीलंका की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।



यह सीरीज श्रीलंका ने 2-0 से जीती, जबकि पहला मैच टाई रहा था। भारतीय टीम का प्रदर्शन इस सीरीज में काफी निराशाजनक रहा, खासकर बल्लेबाजी में। भारत ने पहले मैच में भी श्रीलंकाई स्पिनरों के सामने संघर्ष किया था और यही समस्या तीसरे मैच में भी जारी रही।
यह जीत श्रीलंका के लिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि उन्होंने 27 साल बाद भारत के खिलाफ द्विपक्षीय वनडे सीरीज में जीत हासिल की है। श्रीलंका के इस प्रदर्शन से उनकी टीम को आत्मविश्वास मिला है और यह भविष्य के मैचों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा【