बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में करारी हार के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने क्रिकेटरों के लिए 10 सख्त नियम लागू किए हैं। इन नियमों का उद्देश्य खिलाड़ियों की जिम्मेदारी, टीम बॉन्डिंग, और प्रदर्शन को बढ़ावा देना है। नियमों का उल्लंघन करने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती है।
नए नियमों की सूची:
- डोमेस्टिक क्रिकेट खेलना अनिवार्य:
- राष्ट्रीय टीम में चयन अब घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन के आधार पर होगा।
- घरेलू क्रिकेट न खेलने की स्थिति में BCCI और चयन समिति की अनुमति लेनी होगी।
- फैमिली ट्रैवल पर प्रतिबंध:
- खिलाड़ी अब टीम के साथ यात्रा करेंगे, फैमिली के साथ यात्रा के लिए विशेष अनुमति लेनी होगी।
- नियम तोड़ने पर सख्त कार्रवाई होगी।
- सामान और वजन के लिए गाइडलाइंस:
- खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ के सामान की सीमा तय कर दी गई है।
- ओवरवेट सामान का खर्च खिलाड़ी को खुद उठाना होगा।
- प्रैक्टिस सेशन में अनिवार्य उपस्थिति:
- खिलाड़ी प्रैक्टिस सेशन के दौरान उपस्थित रहेंगे।
- टीम बॉन्डिंग के लिए तय स्थानों पर टीम के साथ जाना होगा।
- विज्ञापनों पर प्रतिबंध:
- सीरीज या टूर्नामेंट के दौरान पर्सनल शूट और एंडोर्समेंट की अनुमति नहीं होगी।
- विदेशी दौरे पर फैमिली के समय की सीमा:
- 45 दिनों से अधिक लंबे विदेशी दौरों पर फैमिली केवल 2 हफ्ते रह सकेगी।
- अतिरिक्त खर्च खिलाड़ी को वहन करना होगा।
- BCCI के आधिकारिक शूट में भागीदारी:
- खिलाड़ियों को बोर्ड के प्रमोशनल इवेंट्स में अनिवार्य रूप से भाग लेना होगा।
- सीरीज समाप्ति तक टीम के साथ रहना:
- खिलाड़ी सीरीज या टूर्नामेंट के समाप्त होने तक टीम के साथ रहेंगे।
- पहले घर जाने की अनुमति नहीं होगी।
- सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के लिए सामान:
- खिलाड़ियों को अपने उपकरण बेंगलुरु स्थित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस भेजने की प्रक्रिया का पालन करना होगा।
- पर्सनल स्टाफ पर प्रतिबंध:
- खिलाड़ी पर्सनल मैनेजर, शेफ, या असिस्टेंट को साथ नहीं ले जा सकेंगे।
- विशेष अनुमति के लिए BCCI को आवेदन देना होगा।

परिप्रेक्ष्य और समीक्षा:
- यह निर्णय 11 जनवरी को हुई रिव्यू मीटिंग के बाद लिया गया, जिसमें BCCI अधिकारियों, कप्तान रोहित शर्मा, कोच गौतम गंभीर, और चयन समिति के चेयरमैन अजीत अगरकर ने भाग लिया।
- टीम के माहौल और एकजुटता पर उठे सवालों के बाद इन नियमों का उद्देश्य टीम अनुशासन और प्रदर्शन में सुधार लाना है।
प्रभाव और चुनौतियां:
- इन नियमों से खिलाड़ियों के व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन पर प्रभाव पड़ सकता है।
- खिलाड़ियों को इन प्रोटोकॉल के साथ खुद को ढालना होगा।
यह भी पढ़ें :- जस्टिस शेखर यादव: अपने बयान पर कायम, न्यायिक मूल्यों के उल्लंघन से इनकार
इन नए प्रोटोकॉल का पालन टीम के लिए दीर्घकालिक लाभ सुनिश्चित करेगा और प्रदर्शन को नई ऊंचाई पर ले जाने में मदद करेगा।