चैंपियंस ट्रॉफी (Champions Trophy) के लिए अब कुछ ही दिन बचे हैं, लेकिन भारतीय टीम का बैटिंग ऑर्डर अब तक सेटल नहीं दिख रहा है। टीम लगातार बैटिंग ऑर्डर को लेकर प्रयोग कर रही है, जिसे लेकर पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज जहीर खान (Zaheer Khan) ने सवाल उठाए हैं। जहीर खान के मुताबिक, वॉइट बॉल क्रिकेट में गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) की लीडरशिप में टीम की स्ट्रैटजी में एकमात्र अनिश्चितता ही निश्चित है, और यह जल्द ही किसी न किसी तरह से टीम इंडिया को नुकसान पहुंचा सकता है।
फ्लेक्सिबल एप्रोच पर जताई चिंता
जहीर खान ने टीम इंडिया के वॉइट बॉल सेटअप में ज्यादा फ्लेक्सिबल एप्रोच पर चिंता जताई है। उनका मानना है कि इस तरह के बदलाव प्लेयर्स के भीतर असुरक्षा की भावना पैदा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि फ्लेक्सिबिलिटी अच्छी बात है, लेकिन इसके लिए क्लियर गाइडलाइंस होनी चाहिए ताकि टीम में स्थिरता बनी रहे।
क्रिकबज से बातचीत में जहीर खान ने कहा:
“आपने कहा है कि आपको फ्लेक्सिबिलिटी रखनी होगी। नंबर एक और दो तो होंगे ही, बाकी ऑर्डर भी फ्लेक्सिबल होंगे। लेकिन फ्लेक्सिबिलिटी के लिए भी कुछ नियम होते हैं, कुछ प्रोटोकॉल होते हैं, जिनके हिसाब से आपको चलना होगा। कुछ कम्युनिकेशन की जरूरत होगी, जो चीजों को सेटल करेगी।”
उन्होंने आगे कहा,
“अगर ऐसा नहीं हो रहा है, तो आप असुरक्षा की भावना पैदा कर रहे हैं, जो किसी न किसी लेवल पर वापस आकर आपको नुकसान पहुंचाएगी। अगर आप इससे बचना चाहते हैं, तो आपको इससे निपटने के लिए तैयार रहना होगा।”
कोच, सेलेक्टर्स और प्लेयर्स को रहना होगा एक पेज पर
पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा कि इस अप्रोच को सही ढंग से चलाने के लिए कोच, सेलेक्टर्स और प्लेयर्स को एक ही पेज पर होना चाहिए। सभी के बीच स्पष्ट कम्युनिकेशन होना बेहद जरूरी है।

गौतम गंभीर और राहुल द्रविड़ की अप्रोच में अंतर
जहीर खान से पूर्व कोच राहुल द्रविड़ और गौतम गंभीर की अप्रोच में अंतर के बारे में पूछा गया। इसके जवाब में उन्होंने बताया कि हाल के दिनों में पूर्वाग्रह हावी हैं। गंभीर की अप्रोच द्रविड़ के मुकाबले ज्यादा डायनेमिक है। उन्होंने कहा,
“आप इसे अच्छा या खराब बता सकते हैं। ये आप पर है कि आप इसको किस तरह से एडॉप्ट करते हैं।”
टीम मैनेजमेंट को करना होगा सही आकलन
जहीर खान ने अंत में कहा कि चाहे वह सीनियर मैनेजमेंट हो, थिंक टैंक हो, प्लेयर्स हों या सेलेक्टर्स—सबको इस स्थिति का आकलन करना होगा। पूरे सिस्टम को व्यवस्थित करने की जरूरत है ताकि टीम सही दिशा में आगे बढ़ सके।
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