Insurance Claim Rejection: इंश्योरेंस पॉलिसी के लिए प्रीमियम समय पर भरना और पॉलिसी की सभी शर्तें पूरी करना आवश्यक है, लेकिन इसके बावजूद आपका क्लेम रिजेक्ट हो सकता है। कई बार, सब कुछ सही होते हुए भी कंपनियाँ क्लेम को रिजेक्ट कर सकती हैं। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि कौन सी बातें आपके क्लेम को प्रभावित कर सकती हैं।
गाड़ी चलाने का साइड इफेक्ट
माना कि आपकी गाड़ी का इंश्योरेंस है और आप प्रीमियम समय पर भरते हैं, लेकिन अगर आप नशे की हालत में गाड़ी चला रहे हैं, तो इसका गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। नशे में गाड़ी चलाना न केवल एक कानूनी अपराध है बल्कि आपकी इंश्योरेंस कवर को भी खत्म कर सकता है। ऐसी स्थिति में, न सिर्फ आपकी गाड़ी का इंश्योरेंस खारिज हो सकता है, बल्कि हेल्थ और टर्म इंश्योरेंस भी प्रभावित हो सकते हैं। यदि एक्सीडेंट में किसी अन्य व्यक्ति को नुकसान पहुंचता है, तो आपको उसके खर्च का भी भुगतान करना पड़ सकता है और जेल भी हो सकती है।
सिर्फ अपना इंश्योरेंस काफी नहीं
इंश्योरेंस पॉलिसी लेते समय सिर्फ अपनी सुरक्षा की चिंता मत करें। यदि आपके पास एकल इंश्योरेंस पॉलिसी है, तो इसका मतलब यह नहीं कि आपके साथ यात्रा कर रहे किसी भी यात्री को कवर मिलेगा। पिलियन कवर या पैसेंजर कवर की व्यवस्था का होना जरूरी है। यह कवर पॉलिसी के साथ जुड़ा होता है और इसका प्रीमियम भी बहुत अधिक नहीं होता, लेकिन एक्सीडेंट के समय यह महत्वपूर्ण हो सकता है।
Insurance Claim Rejection लिमिट की लिमिट
आपके पास 5 लाख रुपये की हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी है और अस्पताल का बिल 3 लाख रुपये का है, लेकिन अगर आपको 2 लाख रुपये अपनी जेब से भरना पड़ता है, तो इसका कारण हो सकता है ‘सब-लिमिट’। कुछ बीमारियों या उपचारों पर इंश्योरेंस कंपनी पूरा कवर नहीं देती, और आपको अपना हिस्सा देना पड़ सकता है। इसलिए, पॉलिसी लेते समय यह जानना महत्वपूर्ण है कि कौन सी बीमारियाँ पूरी तरह कवर की जाती हैं और कौन सी आंशिक रूप से।
स्टेरॉयड का इस्तेमाल
स्वास्थ्य में सुधार के लिए स्टेरॉयड का उपयोग करना आपकी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी को प्रभावित कर सकता है। अगर आपकी हेल्थ रिपोर्ट में स्टेरॉयड का सेवन दर्ज होता है, तो इंश्योरेंस कंपनी आपके क्लेम को रिजेक्ट कर सकती है, क्योंकि स्टेरॉयड का उपयोग एक तरह से स्व-प्रेरित स्थिति होती है।
आतंकवादी हमले और इंश्योरेंस
यह जानकर आपको अजीब लग सकता है, लेकिन कई इंश्योरेंस कंपनियाँ आतंकवादी हमलों के परिणामस्वरूप होने वाली हानि पर क्लेम नहीं देती हैं। इसलिए, पॉलिसी लेते समय इस बात की पुष्टि कर लें कि आतंकवादी हमलों को कवर किया गया है या नहीं।
इंश्योरेंस पॉलिसी केवल खरीदना ही पर्याप्त नहीं है; इसके साथ जुड़ी शर्तों और नियमों को समझना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। उपरोक्त बिंदुओं को ध्यान में रखकर आप अपनी पॉलिसी का सही तरीके से लाभ उठा सकते हैं और क्लेम रिजेक्ट होने की संभावना को कम कर सकते हैं। यदि आप इन शर्तों और नियमों को समझने में असमर्थ हैं, तो किसी इंश्योरेंस एक्सपर्ट से सलाह लेना हमेशा एक अच्छा विकल्प हो सकता है।