नई दिल्ली: Zomato के CEO दीपिंदर गोयल इस बार “Shark Tank India” के चौथे सीज़न में नज़र नहीं आएंगे। यह निर्णय उनके लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि शो की लोकप्रियता और उनके द्वारा किए गए कमेंट्स ने उन्हें दर्शकों के बीच खास पहचान दिलाई थी।
Zomato की सफलता और गोयल का दुःख
दीपिंदर गोयल आजकल काफी दुखी हैं, लेकिन इसका कारण Zomato नहीं है, बल्कि उनके शो से बाहर होने की खबर है। कंपनी का मार्केट कैप 2 लाख करोड़ रुपये से ऊपर पहुंच चुका है, और हाल ही में Zomato ने Paytm के टिकट बिजनेस को 2000 करोड़ रुपये में खरीद लिया। इसके बावजूद, गोयल की स्थिति कॉर्पोरेट जगत के उस कर्मचारी जैसी है, जिसकी तारीफ तो होती है लेकिन इंक्रीमेंट नहीं मिलता।
Shark Tank India का नया स्पॉन्सर
“Shark Tank India” पहले ही सीज़न से दर्शकों के बीच लोकप्रिय हो चुका है। सीज़न 3 में गोयल ने अपने कड़े सवालों और बारीकियों पर ध्यान देकर दर्शकों का दिल जीता था। इस सीज़न का मेन स्पॉन्सर Swiggy है, जिसने 25 करोड़ रुपये में स्पॉन्सरशिप खरीदी। इसके चलते, गोयल को इस सीज़न में जगह नहीं मिली।

Snapdeal का आगमन
दीपिंदर गोयल के स्थान पर Snapdeal के सहसंस्थापक कुणाल बहल जज के रूप में शामिल होंगे। हालांकि, Snapdeal का मार्केट कैप 2020 में 50 हजार करोड़ रुपये के करीब था, जो अब घटकर 6 हजार करोड़ हो गया है। बहल का पोर्टफोलियो बहुत बड़ा है, जिसमें 200 से अधिक स्टार्टअप्स में निवेश शामिल है, लेकिन Snapdeal के लिए उन्हें उतनी सफलता नहीं मिली।
गोयल की प्रतिक्रिया
दीपिंदर गोयल की प्रतिक्रिया इस मुद्दे पर देखने लायक होगी। वह अक्सर बिना लाग-लपेट के अपनी बात रखते रहे हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि वह अपने शो में शामिल न होने की खबर पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं, खासकर जब उन्होंने इस प्लेटफॉर्म पर अपने कड़े और सटीक सवालों से शो की शोभा बढ़ाई थी।
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निष्कर्ष
इस बार “Shark Tank India” के सीज़न में बदलाव आना दर्शकों के लिए एक नया अनुभव होगा। दीपिंदर गोयल की अनुपस्थिति और कुणाल बहल का आगमन, दोनों ही दर्शकों के लिए चर्चा का विषय बन गए हैं। यह देखना होगा कि ये नए बदलाव शो की लोकप्रियता को किस तरह प्रभावित करते हैं।