जैसे-जैसे दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के मतदान की तारीख नजदीक आ रही है, राजनीतिक हलचल बढ़ गई है। 5 फरवरी को होने वाले इन चुनावों के लिए प्रचार जोरों पर है, और आम आदमी पार्टी (AAP), भारतीय जनता पार्टी (BJP), और कांग्रेस (Congress) के बीच तीखी बयानबाजी जारी है।
केजरीवाल के चुनावी वादे और कांग्रेस का हमला
चुनाव प्रचार के दौरान दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कई नई योजनाओं की घोषणा की। इनमें किरायेदारों को मुफ्त बिजली-पानी और अन्य सुविधाएं देने के वादे शामिल हैं। लेकिन कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने इन घोषणाओं पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल अपने खिसकते जनाधार को बचाने के लिए पुराने वादों को दोहरा रहे हैं।
देवेंद्र यादव का बयान
यादव ने कहा, “केजरीवाल ने 2015 और 2019 में भी किरायेदारों को मुफ्त बिजली और पानी देने का वादा किया था, लेकिन 10 वर्षों में ये वादे अधूरे रह गए। अब चुनाव के समय उन्हीं बातों को दोहराया जा रहा है। मकान मालिकों को सब्सिडी का लाभ नहीं मिला, तो किरायेदारों को वादा पूरा करना कैसे संभव होगा?”

उन्होंने वायु प्रदूषण, जलभराव, स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली, और डीटीसी की समस्याओं का उल्लेख करते हुए कहा कि केजरीवाल इन गंभीर मुद्दों पर चुप्पी साधे हुए हैं।
प्रदूषण और अन्य समस्याओं पर सवाल
देवेंद्र यादव ने कहा कि दिल्ली में वायु प्रदूषण की विकराल समस्या के कारण बार-बार स्कूल बंद हो रहे हैं। मानसून के दौरान जलभराव से आवागमन बाधित होता है और कई मौतें हो चुकी हैं। इन समस्याओं का समाधान किए बिना, केजरीवाल सिर्फ झूठे वादों से जनता को गुमराह कर रहे हैं।

चुनावी मुकाबला तेज
इस बार का चुनाव त्रिकोणीय मुकाबले का गवाह बनेगा। जहां AAP अपनी सत्ता बरकरार रखने की कोशिश कर रही है, वहीं बीजेपी और कांग्रेस मतदाताओं को लुभाने के लिए जोर-शोर से प्रचार में जुटी हैं।
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8 फरवरी को नतीजे सामने आने के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि दिल्ली की जनता किस पर विश्वास जताती है। फिलहाल, सभी पार्टियां जनता के मुद्दों को उठाकर उन्हें अपने पक्ष में करने की पूरी कोशिश कर रही हैं।