इजरायल : इजरायल ने 27 सितंबर की रात को लेबनान की राजधानी बेरूत के दक्षिणी इलाकों में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर बमबारी की। इजरायली सेना ने दावा किया है कि इस हमले में हिजबुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह समेत कई प्रमुख कमांडरों को मार गिराया गया है। इस हमले का लक्ष्य नसरल्लाह को खत्म करना बताया जा रहा है।
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इजरायली डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा, “हसन नसरल्लाह अब दुनिया को आतंकित नहीं कर पाएगा।” आईडीएफ के प्रवक्ता डेनियल हगारी ने एक बयान में कहा, “हमने आतंकवादी संगठन हिजबुल्लाह के प्रमुख और उनके अन्य कमांडरों को निशाना बनाया।”

हमले का विवरण
यह हवाई हमला दहियाह क्षेत्र में स्थित हिजबुल्लाह के केंद्रीय मुख्यालय पर किया गया। यह इलाका हिजबुल्लाह के गढ़ के रूप में जाना जाता है और यहां की कई इमारतें इस हमले में पूरी तरह नष्ट हो गईं। आईडीएफ ने कहा कि हमला तब किया गया जब हिजबुल्लाह की वरिष्ठ नेतृत्व इजरायल के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों की योजना बना रही थी।
हिजबुल्लाह का जवाब
हालांकि, हिजबुल्लाह ने इजरायल के दावे का खंडन किया है। हिजबुल्लाह के प्रवक्ता हज मुहम्मद अफीफ ने ईरानी टेलीविजन पर कहा कि नसरल्लाह सुरक्षित हैं और वह हमले के समय अपने हेडक्वार्टर में मौजूद नहीं थे। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस हमले में कम से कम नौ लोगों की मौत और 90 से अधिक लोगों के घायल होने की सूचना दी है।

संघर्ष का बढ़ता तनाव
यह हमला अमेरिका और फ्रांस द्वारा दोनों पक्षों के बीच युद्धविराम कराने की कोशिशों के बीच हुआ। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए कहा, “बहुत हो गया। इजरायल लगभग एक साल से इस असहनीय स्थिति को सहन कर रहा है।”
पिछले घटनाक्रम
यह संघर्ष लंबे समय से चले आ रहे भू-राजनीतिक तनाव का परिणाम है, जो पिछले साल इजरायल के गाजा में व्यापक सैन्य अभियान के बाद और भी बढ़ गया है। पिछले कुछ दिनों में हिजबुल्लाह ने उत्तरी इजरायल में रॉकेट और ड्रोन से कई हमले किए, जिसके जवाब में इजरायली सेना ने हिजबुल्लाह के ठिकानों को निशाना बनाया था।
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इस हमले के परिणामस्वरूप क्षेत्र में तनाव और बढ़ने की संभावना है, जिससे व्यापक सुरक्षा चिंताएं उत्पन्न हो सकती हैं। दोनों पक्षों के बीच लगातार जारी यह संघर्ष वैश्विक राजनीतिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है।