ईरान: ईरान द्वारा इजरायल पर किए गए बैलिस्टिक मिसाइल हमले के जवाब में, इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने स्पष्ट किया है कि ईरान ने एक बड़ी गलती की है और उसे इसकी कीमत चुकानी होगी। इजरायल की सेना (IDF) ने भी इस हमले का कड़ा जवाब देने की तैयारी कर ली है।
ईरान का हमला
1 अक्टूबर की देर रात, ईरान ने इजरायल की ओर 180 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। ईरान ने इस हमले को हिजबुल्लाह के प्रमुख कमांडर नसरुल्लाह और ईरान-समर्थित मिलिशिया गुटों के नेताओं की हत्या का बदला बताया। ईरानी इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर (IRGC) ने इस हमले का श्रेय लिया और इसके पीछे की वजहों का उल्लेख किया।

इजरायल की प्रतिक्रिया
इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा, “जो इजरायल पर हमला करते हैं, उन्हें भारी कीमत चुकानी पड़ती है।” उन्होंने बताया कि उन्होंने वरिष्ठ रक्षा अधिकारियों के साथ मिलकर इजरायल पर हुए हमले का सफलतापूर्वक बचाव किया।
इजरायली सेना ने लेबनान के दक्षिणी हिस्से में कम से कम पांच हमले किए हैं, जिससे कई स्थानों पर आग लगने की खबरें आई हैं। IDF प्रवक्ता डेनियल हगारी ने कहा, “हमारे पास योजना है और हम तय समय और स्थान पर जवाब देंगे।”
खतरनाक स्थिति
गहलात की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि ईरान का हमला बेहद खतरनाक है और इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि इजरायली सेना अपने नागरिकों की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेगी।
क्यों हुआ हमला?
ईरान के आईआरजीसी ने बयान में कहा कि यह हमला उनके शीर्ष कमांडर और ईरान-समर्थित मिलिशिया के नेताओं की हत्या के जवाब में किया गया है। इसमें हिजबुल्लाह के हसन नसरुल्लाह और ईरान के कमांडर अब्बास नलफोरोशन की मौत का भी जिक्र किया गया है।
ये भी पढ़ें:- ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र के मुद्दे पर गंभीर सुनवाई, सरकार को दिया स्पष्टीकरण का निर्देश
इस बीच, स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें इस क्षेत्र पर टिकी हुई हैं, और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस तनाव को कम करने के लिए प्रयास किए जाएंगे।