हरियाणा के नूंह जिले में दो साल पहले हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद एक बार फिर ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा को लेकर प्रशासन अलर्ट मोड पर है। यात्रा से पहले जिले में इंटरनेट और बल्क SMS सेवाएं बंद कर दी गई हैं। प्रशासन ने रविवार रात 9 बजे से सोमवार रात 9 बजे तक के लिए यह रोक लगाई है। इसके अलावा जिले के सभी स्कूल सोमवार को बंद रखे गए हैं।
क्या है मामला?
बता दें, 2023 में इसी शोभा यात्रा के दौरान नूंह जिले में सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी, जिसमें दो लोगों की मौत और कई पुलिसकर्मी घायल हुए थे। उस घटना की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए इस बार प्रशासन ने एहतियाती कदम उठाए हैं। यात्रा से पहले सोशल मीडिया पर अफवाहों और भड़काऊ संदेशों के प्रसार को रोकने के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
गृह विभाग का आदेश
हरियाणा गृह विभाग की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि नूंह जिले में व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर और SMS जैसी सेवाओं को अस्थायी रूप से बंद किया गया है। हालांकि, बैंकिंग और रिचार्ज जैसी आवश्यक सेवाएं चालू रहेंगी। यह रोक सिर्फ 24 घंटे के लिए है लेकिन जरूरत पड़ने पर इसे बढ़ाया भी जा सकता है।
बिट्टू बजरंगी को यात्रा में शामिल होने से रोका गया
प्रशासन ने विवादित गौ रक्षक बिट्टू बजरंगी को इस यात्रा में शामिल होने की अनुमति नहीं दी है। यही नहीं, उसके सभी सोशल मीडिया अकाउंट भी सस्पेंड कर दिए गए हैं। प्रशासन का मानना है कि यात्रा के दौरान कोई भी उकसाने वाली बात या उपस्थिति अप्रिय स्थिति पैदा कर सकती है।
विशेष निगरानी और भारी पुलिस बल की तैनाती

यात्रा के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 2,500 से अधिक पुलिस जवानों की तैनाती की जा रही है। संवेदनशील इलाकों पर खास निगरानी रखी जाएगी और सोशल मीडिया पर नजर रखने के लिए विशेष निगरानी टीमें बनाई गई हैं। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सुरक्षा को लेकर अन्य निर्देश
- जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूल सोमवार को बंद रहेंगे।
- ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा के मार्ग पर मौजूद मीट की सभी दुकानें बंद कर दी गई हैं।
- ये दुकानें 24 जुलाई तक बंद रखने के आदेश में हैं ताकि यात्रा के दौरान कोई सांप्रदायिक विवाद न हो।
- पेट्रोल पंप मालिकों को सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक खुले बर्तन में पेट्रोल/डीजल न देने की हिदायत दी गई है।
प्रशासन की अपील
प्रशासन और पुलिस ने लोगों से अपील की है कि शांति बनाए रखें और किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें। सोशल मीडिया पर कोई भी भ्रामक या उकसाने वाली जानकारी न फैलाएं। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।
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नूंह जिले में दो साल पहले की घटना को दोहराने से रोकने के लिए प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। इंटरनेट बंदी, स्कूलों की छुट्टी, भारी पुलिस तैनाती और संवेदनशील क्षेत्रों की निगरानी से स्पष्ट है कि सरकार किसी भी हालत में शांति भंग नहीं होने देना चाहती। हालांकि, यह देखना होगा कि यात्रा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न होती है या फिर नूंह एक बार फिर अशांति की चपेट में आता है।