राजस्थान के चूरू जिले के हरिपुरा गांव के पास एक अजीब और रहस्यमयी घटना सामने आई है, जिसमें मृत बंदर को समाधि देने के दौरान एक प्राचीन हनुमान मूर्ति का प्रकट होना और फिर तीसरे दिन गायब हो जाना, ग्रामीणों के बीच चर्चा का विषय बन गया है। यह घटना गांव के पास स्थित एक तालाब के किनारे घटी, जहां कुछ ग्रामीण मृत बंदर को श्रद्धा पूर्वक समाधि दे रहे थे।
समाधि के दौरान प्रकट हुई हनुमान की मूर्ति
ग्रामीणों के अनुसार, मृत बंदर को समाधि देने के दौरान तालाब की पाल पर अचानक एक प्राचीन हनुमान मूर्ति निकल आई। इसे देख कर ग्रामीणों ने इसे हनुमान जी का चमत्कारी रूप मानते हुए उस मूर्ति को पाल पर विराजित किया और वहाँ सुंदरकांड का आयोजन किया। पूजा-पाठ और धार्मिक अनुष्ठान शुरू कर दिए गए, लेकिन तीन दिन बाद एक अजीब घटनाक्रम हुआ। मूर्ति उस स्थान से गायब हो गई, जहाँ उसे रखा गया था। यह घटना ग्रामीणों के लिए रहस्य बन गई और उन्होंने सांचौर पुलिस को इसकी सूचना दी।

पुलिस जांच जारी
सांचौर थाने के एएसआई जाकाराम मौके पर पहुंचे और घटना की रिपोर्ट तैयार की। उन्होंने मामले की गंभीरता को समझते हुए जांच शुरू की। घटना स्थल पर बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे, जिन्होंने घटना को लेकर अपने-अपने अनुमान व्यक्त किए, लेकिन पुलिस और प्रशासन ने मामले को शांतिपूर्वक सुलझाने का प्रयास शुरू किया है।

चूरू में भी मिला था प्राचीन मूर्ति का रहस्य
यह पहली बार नहीं है, जब राजस्थान में इस तरह की घटनाएं घटी हैं। इससे पहले, चूरू जिले के सुजानगढ़ उपखंड के गोपालपुरा गांव में भी एक प्राचीन मूर्ति मिलने की घटना सामने आई थी। वह मूर्ति द्रोणगिरी पहाड़ियों की तलहटी में स्थित एक खनन क्षेत्र में खुदाई के दौरान मिली थी। हालांकि, उस मूर्ति के बारे में अभी तक कोई ठोस जानकारी नहीं मिली है कि वह किस देवता की थी और कितनी पुरानी है। इस मूर्ति का अध्ययन पुरातत्व विभाग द्वारा किया जा रहा है और पूरी तस्वीर तभी साफ हो सकेगी।

ग्रामीणों के मुताबिक, उस मूर्ति को एक खनन क्षेत्र में मजदूरों ने देखा और फिर एक ट्रैक्टर ट्रॉली में उसे क्रशर पर ले गए। वहीं, गांव के नारायण पुजारी की नजर उस मूर्ति पर पड़ी और उन्होंने तुरंत इसकी तस्वीरें खींचकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दी। इसके बाद प्रशासन ने मामले को संज्ञान में लिया और मूर्ति को अपने कब्जे में लेकर सुजानगढ़ सदर थाने में रखवाया।
निष्कर्ष: एक रहस्यमयी घटना
चूरू और आसपास के क्षेत्रों में प्राचीन मूर्तियों के मिलने की घटनाएं लगातार चर्चा में हैं। जहां एक ओर इन मूर्तियों को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं, वहीं ग्रामीणों का विश्वास और श्रद्धा भी इन घटनाओं से जुड़ी हुई है। अब यह देखना होगा कि क्या सांचौर में प्रकट हुई हनुमान मूर्ति का रहस्य कभी सामने आता है या यह एक और अनसुलझा रहस्य बनकर रह जाएगा।
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डिस्क्लेमर: इस रिपोर्ट का उद्देश्य केवल सूचना देना है। इस मामले में और अधिक जानकारी मिलने के बाद स्थिति स्पष्ट हो सकती है।