सिहावल, 6 जनवरी जनपद सिहावल के ग्राम कुबरी में, जो कि फोरलेन के बगल स्थित है, ललितपुर सिंगरौली रेल परियोजना से प्रभावित किसान आज धरना प्रदर्शन करने के लिए एसडीएम कार्यालय बहरी को सूचित पत्र भेज चुके हैं। किसानों का मुख्य मुद्दा है कि रेलवे ठेकेदारों द्वारा उनकी खड़ी फसल, विशेषकर गेहूं के खेतों में, बिना उचित मुआवजा दिए जबरन मिट्टी डालने का काम शुरू कर दिया गया है।

किसानों का कहना है कि उनकी जमीनों का मुआवजा अब तक पूर्ण रूप से नहीं दिया गया है। सरकार ने जो जमीन के बदले नौकरी की बात की थी, वह अब तक पूरी नहीं हुई है। इसके अलावा, जिन किसानों की सिंचित भूमि है, उनका मुआवजा असिंचित भूमि के रेट से किया जा रहा है, जिसके कारण कई किसान मुआवजा लेने से इंकार कर चुके हैं।
किसानों का आरोप है कि रेलवे ठेकेदारों द्वारा उनके घरों को जबरन गिराने का प्रयास किया जा रहा है, जो कि पूरी तरह से अन्यायपूर्ण है। किसानों ने सरकार और संबंधित अधिकारियों से कई बार अपनी बात रखने की कोशिश की है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
धरने के आयोजकों ने विभिन्न राजनीतिक दलों के जनप्रतिनिधियों से भी समर्थन की अपील की थी। हालांकि, भाजपा के नेता सरकार के दबाव के कारण इस आंदोलन में खुलकर शामिल होने के लिए तैयार नहीं हैं, लेकिन कांग्रेस पार्टी के पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल ने किसानों के पक्ष में खड़ा होने का निर्णय लिया है। साथ ही ब्लॉक कांग्रेस कमेटी कुचवाही के अध्यक्ष यज्ञराज साहू, वरिष्ठ कांग्रेस नेता गंगा प्रसाद शुक्ला, गोपाल सिंह, आम आदमी पार्टी के क्षेत्रीय नेता चंद्रमा राम द्विवेदी, भीम पार्टी समर्थित सुदामा कोल और कई अन्य पीड़ित किसान इस जन आंदोलन का हिस्सा बनेंगे।
किसान और आम जनता का मानना है कि यह आंदोलन उनके अधिकारों की रक्षा के लिए जरूरी है और वे पूरी ताकत से अपनी मांगों को उठाने के लिए तैयार हैं।
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