इंदौर, मध्यप्रदेश।
देश का सबसे स्वच्छ शहर कहे जाने वाले इंदौर ने एक बार फिर स्वच्छता के क्षेत्र में अपना परचम लहराया है। सुपर स्वच्छ लीग में सर्वाधिक अंक हासिल कर इंदौर ने लगातार आठवीं बार देश का सबसे स्वच्छ शहर बनने का गौरव प्राप्त किया है। इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर नगर निगम और नगरवासियों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है।
सफाई मित्रों के सम्मान में भोज
इंदौर की इस उपलब्धि के पीछे सबसे बड़ा योगदान सफाई मित्रों का माना जा रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने 7 हजार सफाई मित्रों के लिए भोज आयोजित करने की घोषणा की है।
यह आयोजन 6 अगस्त को ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में होगा, जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी शामिल होंगे और सफाई कर्मियों के साथ भोजन करेंगे।
पहली बार देश में: WhatsApp पर 311 सेवा की शुरुआत
कार्यक्रम के दौरान इंदौर नगर निगम एक और नवाचार करने जा रहा है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मौजूदगी में इंदौर में WhatsApp पर 311 सेवा की शुरुआत की जाएगी, जिससे नागरिक अब कचरा कलेक्शन और अन्य नगर निगम से जुड़ी शिकायतें सीधे व्हाट्सएप के जरिए दर्ज करा सकेंगे।
इस सेवा की खास बात यह है कि अब तक जहां शिकायत दर्ज करने के लिए मोबाइल एप डाउनलोड करनी पड़ती थी, अब सिर्फ व्हाट्सएप से ही यह सुविधा मिल जाएगी।
यह देश की पहली नगर पालिका सेवा होगी जो व्हाट्सएप पर ऑन-डिमांड कचरा कलेक्शन की सुविधा देगी।

स्वच्छता महोत्सव में विभागीय सहभागिता
नगर निगम द्वारा इस अवसर पर स्वच्छता महोत्सव भी मनाया जाएगा। इसमें स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, कर्मचारी, सफाई कर्मचारी और नगरवासी हिस्सा लेंगे। इस दौरान गीला-सूखा कचरा, शादी और अन्य आयोजनों से निकलने वाले कचरे के लिए ऑन-डिमांड सेवा का भी प्रदर्शन किया जाएगा।
85 वार्डों में मनाया जाएगा जश्न
इस स्वच्छता सफलता और भाजपा परिषद के 25 साल पूरे होने तथा महापौर पुष्यमित्र भार्गव के कार्यकाल के 3 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में नगर भाजपा द्वारा 85 वार्डों में समारोह आयोजित किए जाएंगे।
नगर भाजपा अध्यक्ष सुमित मिश्रा के अनुसार, सभी वार्डों में शाम 6 बजे कार्यक्रम आयोजित होंगे, जिनमें मुख्यमंत्री मोहन यादव वर्चुअली जुड़ेंगे।
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इंदौर की यह ऐतिहासिक उपलब्धि सिर्फ एक शहर की नहीं, बल्कि देशभर के लिए प्रेरणा है। जहां नगर निगम, महापौर और कर्मचारी मिलकर स्वच्छता को संस्कार बना रहे हैं, वहीं आम नागरिकों की भागीदारी इसे और भी मजबूत कर रही है। इंदौर की यह पहल और टेक्नोलॉजी से जुड़ी सुविधाएं अन्य शहरों के लिए एक मॉडल बन रही हैं।