Homeप्रदेशउमरिया:- सीएम हेल्पलाइन से कर रहा था कमाई, पुलिस ने पहुंचाया जेल

उमरिया:- सीएम हेल्पलाइन से कर रहा था कमाई, पुलिस ने पहुंचाया जेल

उमरिया
मध्य प्रदेश सरकार की एक सराहनीय पहल, सीएम हेल्पलाइन, नागरिकों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए जानी जाती है। लेकिन कुछ लोग इस जनसेवा प्रणाली का गलत फायदा उठाकर इसे अपनी कमाई का जरिया बना रहे हैं।

हाल ही में ऐसा ही एक मामला उमरिया जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र में सामने आया। आरोपी अवधेश सेन ने सीएम हेल्पलाइन पर कई फर्जी शिकायतें दर्ज कराई थीं और फिर शिकायतकर्ताओं से पैसे ऐंठने का सिलसिला शुरू कर दिया।

शिकायतकर्ता से की 2 लाख की मांग

फरियादी पवन सेन (30), निवासी सुभाषगंज, ने इस संबंध में कोतवाली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि उनकी सगरा मंदिर सुभाषगंज मार्ग पर “ट्रिपल एक्स मेंस पार्लर” नामक सैलून की दुकान है। आरोपी अवधेश सेन ने इस प्रतिष्ठान को लेकर सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई और इसे वापस लेने के नाम पर अक्टूबर से अब तक 20,000 रुपये वसूल लिए।

आरोपी यहीं नहीं रुका। उसने शिकायत बंद करने के लिए फरियादी से 2 लाख रुपये की अतिरिक्त मांग कर दी। इस बार पवन सेन ने सीधा पुलिस का दरवाजा खटखटाया।

आरोपी गिरफ्तार, पुलिस ने दर्ज किया मामला

उमरिया एसपी निवेदिता नायडू के निर्देशन में कोतवाली पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए आरोपी अवधेश सेन को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपराध क्रमांक 25/25 के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपी पर धारा 308 बीएनएस के तहत प्रकरण कायम कर लिया गया है और अब मामले की गहन जांच की जा रही है।

डेढ़ दर्जन फर्जी शिकायतें

पुलिस जांच में यह बात सामने आई कि आरोपी अवधेश सेन ने सीएम हेल्पलाइन पर 18 से अधिक फर्जी शिकायतें दर्ज कराई थीं। ये शिकायतें ज्यादातर प्रतिष्ठानों और व्यक्तिगत मामलों को लेकर थीं, जिनका उद्देश्य लोगों को डराकर उनसे पैसे ऐंठना था।

सीएम हेल्पलाइन जैसी सरकारी सेवा, जो नागरिकों की समस्याओं को सुलझाने के लिए बनाई गई है, ऐसे धोखेबाजों के कारण बदनाम हो रही है।

जनता को सतर्क रहने की अपील

पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे ऐसे लोगों से सावधान रहें और किसी भी तरह की जबरदस्ती या ब्लैकमेलिंग का शिकार होने पर तुरंत संबंधित थाने में शिकायत दर्ज कराएं।

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इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जहां सरकार जनकल्याण के लिए योजनाएं बना रही है, वहीं कुछ लोग इनका दुरुपयोग कर रहे हैं। पुलिस की तत्परता से आरोपी सलाखों के पीछे है, लेकिन इस तरह के मामलों से बचने के लिए जागरूकता भी जरूरी है।

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