भोपाल पुलिस मुख्यालय द्वारा प्रदेशभर में चलाए जा रहे “नशे से दूरी है जरूरी” अभियान के तहत दिनांक 15 जुलाई 2026 को सिंगरौली जिले के कुसमी थाना क्षेत्र अंतर्गत सीएम राइज हायर सेकेंडरी स्कूल, कुसमी में एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं को नशे के दुष्परिणामों के बारे में अवगत कराना और समाज में नशामुक्ति की सोच को प्रोत्साहित करना था।
समाज को खोखला कर रहा है नशा
कार्यक्रम की शुरुआत में अधिकारियों ने बताया कि नशा केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य को ही नहीं, बल्कि परिवार, समाज और देश की नींव को भी कमजोर करता है। नशे की लत इंसान की मानसिकता, सोच और व्यवहार को इस हद तक प्रभावित करती है कि वह सकारात्मक जीवनशैली से भटककर आत्मघाती राह पर निकल पड़ता है।
समाज में बढ़ते नशे की प्रवृत्ति को रोकने के लिए सिर्फ कानूनी व्यवस्था ही काफी नहीं है, बल्कि इसके लिए जन-जागरूकता, संवेदनशील संवाद और भावनात्मक सहयोग जरूरी है। कार्यक्रम में वक्ताओं ने बताया कि युवाओं को सही दिशा देने के लिए शिक्षक, अभिभावक और पुलिस तीनों को मिलकर काम करना होगा।
विद्यार्थियों को दिलाई गई नशामुक्ति की शपथ
इस अवसर पर विद्यालय के छात्रों, शिक्षकों और उपस्थित नागरिकों को “नशामुक्त जीवन” की शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम के दौरान पोस्टर और स्लोगन भी वितरित किए गए, जिनमें नशा विरोधी संदेश छपे थे जैसे:
- “नशा नहीं, शिक्षा अपनाओ”
- “नशा छोड़ो, जीवन जोड़ो”
- “जवानी को बचाओ, नशे से दूर रहो”
इस अभियान का मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण भी सामने रखा गया, जिसमें बताया गया कि किस तरह नशे की गिरफ्त में आने वाले युवाओं को समाज के सहयोग से सुधारा जा सकता है।

अधिकारियों की उपस्थिति ने बढ़ाया उत्साह
इस जागरूकता अभियान में थाना प्रभारी कप्तान सिंह, एएसआई नंद प्रकाश सिंह, प्रधान आरक्षक हृदयलाल दीवान, आरक्षक कमलेश प्रजापति और रामेश्वर सिंह ने सक्रिय रूप से भाग लिया।
विद्यालय की ओर से शिक्षक सोमनाथ कोल, अन्य स्टाफ सदस्य और सैकड़ों छात्र-छात्राएं कार्यक्रम में मौजूद रहे। विद्यार्थियों ने खुले मंच पर अपने विचार और अनुभव साझा करते हुए बताया कि वे अब इस अभियान को अपने गांव और मोहल्लों में भी फैलाएंगे।
संदेश यही: नशा नहीं, जीवन हाँ
कार्यक्रम का समापन एक प्रेरणादायक संदेश के साथ किया गया – “नशा किसी समस्या का समाधान नहीं, बल्कि शुरुआत है कई नई समस्याओं की। इसे त्यागना ही जीवन की ओर पहला सही कदम है।”
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इस अभियान के माध्यम से स्पष्ट रूप से यह संदेश गया कि नशे से लड़ाई सिर्फ एक विभाग या संगठन की नहीं, समूचे समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है। अगर हर नागरिक इस पहल में सहयोग करे, तो नशामुक्त भारत का सपना जल्दी साकार हो सकता है।