Homeप्रदेशकेरल में बढ़ती नशाखोरी पर विधानसभा में हंगामा, सरकार उठाएगी कड़े कदम

केरल में बढ़ती नशाखोरी पर विधानसभा में हंगामा, सरकार उठाएगी कड़े कदम

तिरुवनंतपुरम केरल में तेजी से बढ़ती नशाखोरी और ड्रग्स की समस्या को लेकर विधानसभा में जोरदार बहस हुई। विपक्षी दलों ने पिनराई विजयन सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की। मुख्यमंत्री विजयन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मुख्य सचिव को नशा-विरोधी अभियान का विस्तृत खाका तैयार करने का निर्देश दिया

बच्चों में बढ़ती नशे की लत

राज्य के आबकारी मंत्री एमबी राजेश ने विधानसभा में चौंकाने वाले आंकड़े पेश किए:
🔹 2023 में 1,982 बच्चे नशा-मुक्ति केंद्रों में भर्ती हुए थे, जबकि 2024 में यह संख्या बढ़कर 2,880 हो गई – यानी 45% की वृद्धि
🔹 जनवरी-फरवरी 2024 में ही 588 बच्चों को नशा-मुक्ति केंद्रों में भर्ती कराना पड़ा।
🔹 बच्चों की उम्र 18 साल से कम है, जो कि बेहद चिंताजनक है।

केरल में ड्रग्स माफिया की मजबूत पकड़

➡️ 2024 में NDPS एक्ट के तहत 27,530 मामले दर्ज हुए
➡️ राज्य के 472 पुलिस स्टेशनों ने 1,377 ड्रग्स के ठिकानों की पहचान की
➡️ केवल तिरुवनंतपुरम में 235 ड्रग्स स्पॉट चिन्हित किए गए।
➡️ स्कूलों और कॉलेजों तक पहुंचा ड्रग्स रैकेट, लेकिन हाई-प्रोफाइल संस्थानों के विरोध के कारण जांच में बाधा।

क्या कहता है सर्वे?

➡️ 62,691 लोगों पर किए गए एक सर्वे में चौंकाने वाले खुलासे हुए:
🔸 9% लोग 10 साल की उम्र से पहले ही नशा करने लगे
🔸 70% लोगों ने 15 साल की उम्र तक ड्रग्स का सेवन कर लिया था
🔸 20% ने 19 साल की उम्र तक ड्रग्स लेना शुरू कर दिया था
🔸 46% लोग दिन में कई बार ड्रग्स लेते हैं
🔸 35% तनाव कम करने के लिए ड्रग्स लेते हैं

सिंथेटिक ड्रग्स की बढ़ती मांग

राज्य में अब गांजा और शराब की जगह सिंथेटिक ड्रग्स ज्यादा प्रचलित हो रहे हैंक्रिस्टल MDMA, LSD, ब्राउन शुगर और हशीश तेल की मांग तेजी से बढ़ी है।
➡️ बेंगलुरु और चेन्नई से केरल में बड़े पैमाने पर ड्रग्स की सप्लाई हो रही है
➡️ 2024 में केरल में जब्त किए गए ड्रग्स:
4,370 किलो गांजा
35 किलो MDMA
5.8 किलो मेथमफेटामाइन
7.7 किलो हशीश तेल
502 ग्राम LSD
264 ग्राम ब्राउन शुगर
600 ग्राम चरस
368 ग्राम नाइट्राजेपम

सरकार की रणनीति

मुख्य सचिव के नेतृत्व में नशा-विरोधी अभियान शुरू होगा
स्थानीय समुदायों और एजेंसियों की मदद से ड्रग्स के खिलाफ सामाजिक प्रतिरोध तैयार किया जाएगा
स्कूल-कॉलेजों में ड्रग्स रोकने के लिए सख्त निगरानी की जाएगी।
अवैध ड्रग्स के ठिकानों पर पुलिस और आबकारी विभाग का विशेष अभियान चलेगा

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केरल में नशे की बढ़ती लत और ड्रग्स माफिया का बढ़ता जाल एक गंभीर सामाजिक समस्या बन चुका है। सरकार ने अब इस पर कड़ा रुख अपनाने का फैसला किया है। लेकिन क्या ये कदम ड्रग माफिया की कमर तोड़ पाएंगे? यह देखने वाली बात होगी।

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