रायसेन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट “ड्रोन दीदी” की पहल के तहत महिलाओं को सशक्त बनाने का एक नया अध्याय जुड़ रहा है। इस पहल के लाभार्थियों में से एक, सिलवानी के भानपुर गांव की वंदना केवट को दिल्ली में आयोजित स्वतंत्रता दिवस के मुख्य समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का “ड्रोन दीदी” प्रोजेक्ट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “ड्रोन दीदी” योजना का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को ड्रोन टेक्नोलॉजी के माध्यम से सशक्त बनाना और उनके आर्थिक व सामाजिक स्थिति को सुधारना है। इस योजना के तहत महिलाओं को ड्रोन चलाने की ट्रेनिंग दी जाती है, जिसके बाद वे कृषि कार्यों में ड्रोन का उपयोग कर खेतों में कीटनाशक छिड़काव, फसल की निगरानी और अन्य कृषि गतिविधियों में सहायता करती हैं। इस पहल से न केवल कृषि कार्य में दक्षता बढ़ी है, बल्कि महिलाओं को आर्थिक स्वतंत्रता भी मिली है।
वंदना केवट की सफलता की कहानी
सिलवानी के भानपुर गांव की वंदना केवट ने ग्वालियर में ड्रोन चलाने की ट्रेनिंग प्राप्त की थी और मार्च में उन्हें ड्रोन नि:शुल्क प्राप्त हुआ। वंदना ने अब तक 35 से अधिक किसानों के 75 एकड़ रकबे में ड्रोन से कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया है। उनका कहना है कि खेतों में कीटनाशक दवाओं का छिड़काव जो पहले डेढ़ से दो घंटे में होता था, अब ड्रोन के माध्यम से महज 8 से 10 मिनट में पूरा हो जाता है।
वंदना केवट ने ड्रोन से कीटनाशक छिड़काव कर अब तक करीब 30 हजार रुपए की आय अर्जित की है। इस सफलता के साथ-साथ उन्होंने खेतों में ड्रोन से छिड़काव की प्रक्रिया को भी सरल बना दिया है। किसानों को ड्रोन सेवा के लिए एक विशेष पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना पड़ता है, और निर्धारित तारीख पर ड्रोन के माध्यम से छिड़काव किया जाता है। एक एकड़ में छिड़काव करने के लिए 300 रुपए की राशि निर्धारित है।
आर्थिक और सामाजिक प्रभाव
“ड्रोन दीदी” योजना ने न केवल कृषि क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाया है, बल्कि यह ग्रामीण महिलाओं की आर्थिक स्थिति में भी सुधार कर रही है। इससे पहले जिन महिलाओं की पहचान घर की दहलीज तक सीमित थी, वे अब तकनीकी और आर्थिक क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
रायसेन जिला पंचायत सीईओ अंजू भदौरिया ने बताया कि वंदना केवट 12 अगस्त को दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होने के लिए रवाना होंगी। इस आयोजन के माध्यम से उन्हें सम्मानित किया जाएगा और उनकी सफलता की कहानी को राष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत किया जाएगा।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “ड्रोन दीदी” प्रोजेक्ट ने देशभर की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वंदना केवट जैसी महिलाओं की सफलता इस बात का प्रमाण है कि सही दिशा और अवसर मिलने पर ग्रामीण महिलाएं भी नई ऊंचाइयों को छू सकती हैं।