खंडवा: स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जब देशभर में उल्लास और सामंजस्य का माहौल था, तभी मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के समीपस्थ ग्राम टिटगांव में दो समुदायों के बीच खूनी संघर्ष का मामला सामने आया। इस हिंसक घटना में चालीस से पचास हथियारबंद लोगों ने अचानक गांव पर हमला किया, महिलाओं और बुजुर्गों को निशाना बनाया और दस लोगों को घायल कर दिया। घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
खंडवा घटना का विवरण
गुरुवार सुबह करीब 9 बजे यह घटना घटी। विशेष समुदाय के हथियारबंद लोगों ने गांव के विभिन्न घरों पर हमला किया। सीसीटीवी फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि कैसे भीड़ एकत्रित हुई और लोगों के घरों पर हमला किया। घटना के समय अधिकांश पुरुष झंडावंदन कार्यक्रम में शामिल होने गए थे या खेत में काम कर रहे थे, जिससे ज्यादातर घरों में महिलाएं ही थीं। इन महिलाओं को बाहर निकालकर पीटा गया और छेड़छाड़ की गई।

विवाद की जड़
सूत्रों के अनुसार, यह हिंसक संघर्ष एक लड़की से छेड़छाड़ के मामले से शुरू हुआ। बताया जा रहा है कि एक युवक ने गांव की एक बच्ची के साथ छेड़छाड़ की, जिसके बाद बच्ची के परिजनों ने युवक की पिटाई कर दी। युवक ने अपने परिवार को घटना की जानकारी दी, जिससे उनका समुदाय आक्रोशित हो गया और पूरे गांव पर हमला कर दिया। वहीं, दूसरे पक्ष का कहना है कि उन्हें स्वतंत्रता दिवस के झंडावंदन कार्यक्रम में शामिल होने से रोका गया, जिसके बाद हिंसा भड़की।
पुलिस की कार्रवाई
घटना के बाद मोघट थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस ने सभी पक्षों की शिकायतें दर्ज की हैं। मोघट थाना टीआई संजय पाठक ने बताया कि मामले में एक लड़की के साथ छेड़छाड़ की रिपोर्ट दर्ज की जा रही है और अन्य शिकायतों की जांच की जाएगी। पुलिस दोनों पक्षों के बीच विवाद के सभी पहलुओं की जांच कर रही है और स्थिति को सामान्य बनाने के प्रयास कर रही है।
दूसरे पक्ष की शिकायतें
हमला करने वाले पक्ष के लोग भी घायल हुए हैं और उन्हें खंडवा जिला मुख्य चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। इस पक्ष के युवकों का कहना है कि वे स्वतंत्रता दिवस के झंडावंदन कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे, जब उन्हें रोका गया और मारपीट की गई। उन्हें छेड़छाड़ की घटना की कोई जानकारी नहीं है और इस विवाद की वजह भी स्पष्ट नहीं है।
निष्कर्ष
यह घटना समाज में नफरत और हिंसा के माहौल को उजागर करती है। पुलिस और स्थानीय प्रशासन को इस तरह की घटनाओं की रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। फिलहाल, इलाके में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है और पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है।