बक्सर, बिहार – 20 अप्रैल को बक्सर के दलसागर मैदान में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की रैली के दौरान खाली कुर्सियों का दृश्य कांग्रेस के लिए शर्मिंदगी का कारण बन गया। इस कार्यक्रम में अपेक्षित भीड़ न जुटने पर पार्टी ने बड़ा कदम उठाते हुए जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मनोज कुमार पांडेय को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
बिहार कांग्रेस की ओर से जारी निलंबन पत्र में कहा गया कि रैली की तैयारियों में घोर अनियमितता, समन्वय की कमी और संगठनात्मक कर्तव्यों के प्रति गंभीर लापरवाही देखी गई। पार्टी हाईकमान ने इस विफलता के लिए सीधे तौर पर जिला नेतृत्व को जिम्मेदार ठहराते हुए मनोज पांडेय को सभी पदों से हटा दिया।
यह रैली ‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान’ अभियान का हिस्सा थी, जो संविधान और सामाजिक न्याय से जुड़े मुद्दों पर कांग्रेस द्वारा चलाया जा रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की इस उपस्थिति के बावजूद रैली स्थल पर बड़ी संख्या में कुर्सियां खाली रहीं, जिससे पार्टी नेतृत्व की नाराजगी चरम पर पहुंच गई।
पार्टी प्रवक्ता राजेश राठौर ने मीडिया को बताया, “राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई है। जिला अध्यक्ष कार्यक्रम के दौरान न केवल आवश्यक भीड़ जुटाने में नाकाम रहे, बल्कि उन्होंने प्रदेश नेतृत्व के साथ आवश्यक समन्वय भी नहीं किया।”

राठौर ने यह भी जोड़ा कि यह फैसला केवल भीड़ की अनुपस्थिति के कारण नहीं, बल्कि पूरे कार्यक्रम के प्रबंधन की विफलता के आधार पर लिया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कार्यक्रम स्थल की व्यवस्था में अव्यवस्था और पूर्व नियोजन की कमी साफ झलक रही थी।
सूत्रों की मानें तो रैली में कम भीड़ का एक प्रमुख कारण स्थानीय नेताओं से जनता की नाराजगी भी रही है। बक्सर क्षेत्र के दो विधायकों के प्रति लोगों में असंतोष पहले से देखा जा रहा है, जिसका असर रैली में साफ दिखा।
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गौरतलब है कि बिहार में कांग्रेस संविधान बचाओ अभियान के तहत कई सभाएं आयोजित कर रही है। राहुल गांधी भी हाल ही में पटना में तीन बड़ी जनसभाएं कर चुके हैं। ऐसे में बक्सर की घटना को पार्टी के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
इस घटनाक्रम ने कांग्रेस की राज्य इकाई में संगठनात्मक ढांचे की खामियों को उजागर कर दिया है। अब देखना होगा कि पार्टी इस असफलता से सबक लेकर आगे के आयोजनों को कैसे बेहतर बनाती है।