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गोपाल खेमका हत्याकांड में बड़ा खुलासा: शूटर को हथियार देने वाला ‘राजा’ एनकाउंटर में ढेर, पुलिस पर किया था फायर

बिहार की राजधानी पटना में कारोबारी गोपाल खेमका की हत्या ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है। अब इस सनसनीखेज हत्याकांड से जुड़ा एक बड़ा नाम विकास उर्फ राजा पुलिस एनकाउंटर में मारा गया है। पुलिस के अनुसार राजा न सिर्फ इस हत्या के लिए हथियार मुहैया कराने में शामिल था, बल्कि वह मुख्य शूटर उमेश कुमार से भी सीधे तौर पर जुड़ा हुआ था।

इस कार्रवाई के बाद पुलिस और प्रशासनिक हलकों में हलचल है, वहीं नीतीश सरकार की पार्टी जेडीयू ने भी इस एनकाउंटर को “आत्मरक्षा में जरूरी कार्रवाई” करार दिया है।

कैसे हुआ एनकाउंटर?

पुलिस सूत्रों के अनुसार, एक विशेष टीम ने सोमवार रात पटना सिटी के माल सलामी इलाके में विकास उर्फ राजा की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी। इसी दौरान राजा ने खुद को घिरता देख पुलिस टीम पर गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने फायरिंग की, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

मौके से पुलिस ने एक पिस्तौल, जिंदा कारतूस और इस्तेमाल किए गए खोखे बरामद किए हैं। इस घटना के बाद इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

गोपाल खेमका हत्याकांड: अब तक की बड़ी बातें

  1. घटना:
    3 जुलाई की रात लगभग 11:40 बजे गांधी मैदान थाना क्षेत्र स्थित आवास के बाहर कारोबारी गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हमलावरों ने उस वक्त हमला किया जब खेमका अपनी कार से नीचे उतर रहे थे।
  2. जांच का रुख:
    शुरू में यह मामला लूट से जुड़ा प्रतीत हुआ, लेकिन जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी, पुलिस को यह एक पूर्व नियोजित हत्या नजर आने लगी।
  3. मुख्य शूटर उमेश कुमार को 7 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया गया था। पूछताछ में सामने आया कि हथियार विकास उर्फ राजा ने मुहैया कराए थे।
  4. रोशन कुमार, जो खेमका के अंतिम संस्कार में शामिल हुआ था, संदिग्धों की सूची में शामिल है और पुलिस उसकी गतिविधियों की जांच कर रही है।

पुलिस को किसने क्या बताया?

सूत्रों की मानें तो उमेश कुमार ने पूछताछ में राजा का नाम हथियार आपूर्तिकर्ता के रूप में लिया था। इसके बाद पुलिस ने राजा की तलाश शुरू की और उसे माल सलामी इलाके में ट्रेस किया। टीम जैसे ही वहां पहुंची, राजा ने भागने और हमला करने की कोशिश की, जिससे हालात बेकाबू हो गए।

पुलिस का कहना है कि यह एनकाउंटर कानूनी प्रक्रिया के तहत और आत्मरक्षा में किया गया

सरकार की नजरें भी इस केस पर

घटना के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर केस की निगरानी उच्च स्तर पर की जा रही है। जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने मीडिया से बात करते हुए कहा,

“खेमका हत्याकांड में शामिल एक आरोपी पुलिस एनकाउंटर में मारा गया है। उसने खुद पुलिस पर हमला करने की कोशिश की थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूरे मामले की निगरानी कर रहे हैं।”

खेमका की हत्या: कोई व्यक्तिगत रंजिश या कारोबारी विवाद?

पुलिस अभी इस एंगल पर भी जांच कर रही है कि गोपाल खेमका की हत्या व्यक्तिगत रंजिश, कारोबारी प्रतिस्पर्धा या फिर किसी बड़े संगठित अपराध का हिस्सा तो नहीं थी।
खेमका, पटना के एक प्रतिष्ठित व्यापारी माने जाते थे और कई प्रमुख कारोबारी संगठनों से जुड़े हुए थे। इस कारण पुलिस साजिश की गहराई को लेकर भी सतर्क है।

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पटना पुलिस के अनुसार, इस हत्याकांड में अभी और कई चेहरे उजागर होने बाकी हैं। एनकाउंटर में मारे गए विकास उर्फ राजा और गिरफ्तार उमेश कुमार की कॉल डिटेल्स, सोशल मीडिया और बैंकिंग रिकॉर्ड की फॉरेंसिक जांच कराई जा रही है।

पुलिस को उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में पूरा गिरोह बेनकाब हो जाएगा। फिलहाल, पुलिस और स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) इस केस की हर कड़ी को जोड़ने में जुटी है।

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