ग्वालियर: शहर में सड़क पर महिलाओं को ठगने वाली गैंग ने एक बार फिर अपना शिकार बनाया है। इस बार उनकी चाल का शिकार अस्पताल के एक सिक्योरिटी गार्ड की पत्नी बनीं। ठगों ने पुराने बहाने—दूसरे शहर का रास्ता पूछने—का इस्तेमाल करते हुए महिला से लाखों के गहने उतरवा लिए।
क्या है पूरा मामला?
शिवाजी नगर (कंपू) की रहने वाली नेहा शर्मा सोमवार शाम कस्तूरबा चौराहे पर ठगी का शिकार हो गईं। नेहा के पति सुनील शर्मा जयारोग्य अस्पताल (जेएएच) में सिक्योरिटी गार्ड हैं। नेहा ने पुलिस को बताया कि वह गिरगांव स्थित महादेव मंदिर के दर्शन के बाद घर लौट रही थीं। कस्तूरबा चौराहे पर टेंपो से उतरते ही एक 19 वर्षीय अनजान युवक रोता हुआ उनके पास आया। उसने बताया कि वह झांसी जाना चाहता है, लेकिन न तो उसे रास्ता पता है और न ही उसके पास किराए के पैसे हैं।
युवक ने एक लिफाफा दिखाकर कहा कि यह उसे रास्ते में मिला है। तभी दूसरा युवक वहां आ पहुंचा। उसने लिफाफा खोलकर दिखाया और कहा कि इसमें 5 से 7 लाख रुपए की नकदी है।
जमानत के नाम पर ठगी
ठगों ने नेहा को लिफाफा सौंपते हुए कहा कि वह इसे मालिक तक पहुंचा दें। लेकिन उनके मुताबिक इतनी बड़ी रकम बिना पहचान के नहीं सौंपी जा सकती। इसके बदले जमानत के तौर पर नेहा के गले की सोने की चेन और कान के टॉप्स उतरवा लिए। ठगों ने उन्हें भरोसा दिलाने के लिए लिफाफे से 500 रुपए का नोट निकालकर दिया और चलते बने।
सच सामने आने पर महिला के उड़े होश
नेहा जब घर पहुंचीं और लिफाफा खोला, तो उसमें नोटों के आकार में कटी हुई रद्दी कागज की गड्डियां निकलीं। ठगे जाने का एहसास होने पर उन्होंने कस्तूरबा चौराहे पर ठगों को खोजने की कोशिश की, लेकिन वे वहां से गायब हो चुके थे।
पुलिस ने शुरू की जांच
नेहा ने मंगलवार को थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। थाना प्रभारी (टीआई) अमित शर्मा ने बताया कि ठगों ने महिला से करीब 1.25 लाख रुपए के गहने ठग लिए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आसपास के सीसीटीवी कैमरों की मदद से ठगों की पहचान की जा रही है।
ये भी पढ़ें :- CGPSC घोटाले में पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी और कारोबारी एसके गोयल कोर्ट में पेश, CBI ने मांगी रिमांड
ग्वालियर में बढ़ रही हैं ठगी की घटनाएं
ग्वालियर में महिलाओं को निशाना बनाकर ठगी की यह पहली घटना नहीं है। पुलिस ने नागरिकों को सतर्क रहने और अनजान लोगों की बातों में न आने की सलाह दी है।