मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर में बिजली उपभोक्ताओं के लिए बड़ा अलर्ट जारी किया गया है। वे उपभोक्ता जो पिछले दो साल से बिजली बिल का भुगतान नहीं कर रहे थे, अब उनके खिलाफ विद्युत विभाग ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। मध्य प्रदेश पूरक ऊर्जा वितरण कंपनी (MPEDCL) ने स्पष्ट कर दिया है कि अब लापरवाह उपभोक्ताओं को किसी भी तरह की राहत नहीं दी जाएगी। सोमवार 23 जुलाई से ऐसे उपभोक्ताओं के कनेक्शन काटने और मीटर उखाड़ने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
दो साल से नहीं दिया एक भी बिल, अब देना होगा सबक
विद्युत विभाग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, करीब 7,000 उपभोक्ताओं ने बीते दो वर्षों से एक भी बिजली बिल जमा नहीं किया है। इस लापरवाही के चलते विभाग को करोड़ों रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है। अब इन उपभोक्ताओं को सबक सिखाने के लिए बिजली विभाग ने एक्शन मोड अपनाया है।
विभाग का कहना है कि इन उपभोक्ताओं को पहले कई बार नोटिस भेजे गए, समझाइश दी गई, लेकिन फिर भी उन्होंने बिल जमा नहीं किया। इसलिए अब मीटर निकालने और कनेक्शन काटने की कार्रवाई की जा रही है।
कोरोना काल में दी राहत, लेकिन फिर भी नहीं सुधरे उपभोक्ता
जानकारी के अनुसार, कोरोना काल में विभाग ने करीब 81,000 उपभोक्ताओं को राहत देते हुए 24 करोड़ रुपये से ज्यादा के बिलों को अस्थगित किया था। इस राहत के बावजूद, 7,000 से अधिक उपभोक्ता ऐसे हैं जिन्होंने दो साल में एक भी बिल जमा नहीं किया।
बिजली विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जनता को सुविधाएं देना उनकी प्राथमिकता है, लेकिन बिना राजस्व के सेवाएं देना मुश्किल है। लगातार नुकसान झेलने के बाद अब ऐसे उपभोक्ताओं के खिलाफ सख्त रवैया अपनाया जा रहा है।

मैदानी अमला मैदान में उतरा, घर-घर जाकर मीटर निकालने की कार्रवाई शुरू
बिजली विभाग की टीमों ने सोमवार से कार्रवाई की शुरुआत की है। हर क्षेत्र में विभाग के कर्मचारी सक्रिय हैं और जिन उपभोक्ताओं के नाम लिस्ट में हैं, उनके घर जाकर लाइन काटी जा रही है और मीटर भी उखाड़ा जा रहा है।
विभाग ने स्पष्ट किया है कि यह कार्रवाई सिर्फ उन लोगों के खिलाफ की जा रही है जो लंबे समय से जानबूझकर भुगतान नहीं कर रहे। जो उपभोक्ता नियमित रूप से बिल भरते हैं, उन्हें किसी भी तरह की चिंता करने की जरूरत नहीं है।
कठोर कदम की वजह – आर्थिक घाटा और जवाबदेही
बिजली विभाग का कहना है कि उपभोक्ताओं की ओर से लगातार बिल नहीं जमा करने की वजह से विभाग को हर महीने करोड़ों रुपए का घाटा सहना पड़ रहा है। यदि समय पर भुगतान न किया गया तो न केवल सेवाएं प्रभावित होती हैं बल्कि बिजली आपूर्ति की गुणवत्ता भी गिरती है।
अब यह सख्त कार्रवाई यह भी सुनिश्चित करेगी कि अन्य उपभोक्ता भी समय पर बिल जमा करने की आदत डालें।
ईमानदार उपभोक्ताओं के लिए राहत, लापरवाहों के लिए चेतावनी
जबलपुर में चल रही यह मुहिम एक सख्त लेकिन ज़रूरी कदम है। विभाग के इस निर्णय से साफ है कि अब बिजली जैसे जरूरी संसाधनों का दुरुपयोग या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ऐसे में अन्य शहरों और जिलों में भी इस तरह की कार्रवाई की संभावना बढ़ जाती है।
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जो उपभोक्ता अब भी बकाया हैं, उनके पास यह आखिरी मौका है – तुरंत बिल जमा करें, वरना बिजली की सुविधा से हाथ धोना पड़ सकता है।