राज्यपाल मंगुभाई पटेल दिलाएंगे शपथ, जबलपुर हाईकोर्ट में 18 जुलाई को होगा स्वागत समारोह
भोपाल। मध्य प्रदेश हाईकोर्ट को नया मुख्य न्यायाधीश मिल गया है। वरिष्ठ न्यायाधीश जस्टिस संजीव सचदेवा 17 जुलाई 2025 को प्रदेश के नव नियुक्त चीफ जस्टिस के रूप में राज्यपाल मंगुभाई पटेल से शपथ लेंगे। यह शपथग्रहण समारोह राजभवन, भोपाल में सुबह 10:00 बजे आयोजित किया जाएगा। वर्तमान में वे हाईकोर्ट के कार्यवाहक चीफ जस्टिस के रूप में सेवा दे रहे थे।
18 जुलाई को हाईकोर्ट में होगा अभिनंदन समारोह
शपथ ग्रहण के अगले दिन, 18 जुलाई को जबलपुर हाईकोर्ट में अधिवक्ताओं और न्यायिक अधिकारियों द्वारा उनका औपचारिक स्वागत किया जाएगा। समारोह की तैयारियों को लेकर जबलपुर हाईकोर्ट में प्रशासनिक स्तर पर कवायद तेज हो चुकी है।
जस्टिस संजीव सचदेवा का शैक्षणिक सफर
जस्टिस संजीव सचदेवा का जन्म 26 दिसंबर, दिल्ली में हुआ था। शुरुआती पढ़ाई दिल्ली पब्लिक स्कूल, मथुरा रोड से पूरी करने के बाद उन्होंने श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स (दिल्ली विश्वविद्यालय) से B.Com (ऑनर्स) किया। इसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के कैंपस लॉ सेंटर से LLB की डिग्री प्राप्त की।
कानूनी करियर की मजबूत नींव
- 1988 में उन्होंने दिल्ली बार काउंसिल में वकील के रूप में पंजीकरण कराया।
- 1992 में उन्हें ब्रिटिश काउंसिल स्कॉलरशिप प्राप्त हुई, जिसके तहत उन्होंने कॉमनवेल्थ यंग लॉयर्स कोर्स लंदन से पूरा किया।
- 1995 में वे सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया में एडवोकेट-ऑन-रिकॉर्ड के रूप में नामांकित हुए।
- लंबे समय तक देश के उच्च न्यायालयों में सक्रिय वकालत करने के बाद, उन्हें 2013 में दिल्ली हाईकोर्ट का अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया।

एमपी हाईकोर्ट से जुड़ाव
जस्टिस सचदेवा का मध्य प्रदेश हाईकोर्ट से जुड़ाव वर्ष 2024 में तब हुआ, जब उनका ट्रांसफर दिल्ली से एमपी हाईकोर्ट में किया गया। जुलाई से सितंबर 2024 और मई 2025 के बीच उन्होंने कार्यवाहक चीफ जस्टिस के रूप में कार्यभार संभाला। उनकी कार्यशैली को देखते हुए उन्हें 14 जुलाई 2025 को पूर्णकालिक मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया।
न्यायिक विशेषज्ञता और पहचान
जस्टिस सचदेवा की न्यायिक कार्यशैली हमेशा निष्पक्षता और त्वरित न्याय के लिए जानी जाती रही है। उन्होंने अपने करियर में संविधान, आपराधिक, सिविल और प्रशासनिक मामलों में कई महत्वपूर्ण निर्णय दिए हैं। उन्हें कानून के व्यावहारिक दृष्टिकोण, समाजिक न्याय के प्रति प्रतिबद्धता और न्यायालयीन प्रक्रियाओं के सरलीकरण के लिए जाना जाता है।
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जस्टिस संजीव सचदेवा की नियुक्ति मध्यप्रदेश न्यायपालिका के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव मानी जा रही है। उनके अनुभव और निर्णय क्षमता से निश्चित ही प्रदेश की न्यायिक व्यवस्था को मजबूती मिलेगी। जनता और अधिवक्ताओं को उनसे न्याय में पारदर्शिता और गति की अपेक्षा है।