जिला चिकित्सालय में नवजात शिशु सुरक्षा सप्ताह के अवसर पर एसएनसीयू (स्पेशल न्यूबॉर्न केयर यूनिट) में विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर स्टाफ नर्सिंग ऑफिसर्स ने रंगोली बनाकर और एसएनसीयू को सजाकर कार्यक्रम को सुंदर रूप दिया। कार्यक्रम के दौरान वार्ड में भर्ती नवजात शिशुओं के अभिभावकों को बच्चों की देखभाल से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की गईं।
कार्यक्रम में अभिभावकों को माँ के दूध के महत्व, नियमित टीकाकरण, स्वच्छता, कंगारू केयर (नवजात को त्वचा से त्वचा संपर्क में रखने की देखभाल विधि) और शिशु की समग्र देखभाल के प्रति जागरूक किया गया। यह जानकारी विशेष रूप से नवजात बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दी गई।

इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. दीपा रानी इसरानी ने कहा कि नवजात शिशु की सुरक्षा और देखभाल से उनके स्वस्थ भविष्य की नींव रखी जाती है। उन्होंने माँ के दूध को नवजात के लिए सबसे पूर्ण आहार बताया और नियमित टीकाकरण की अनिवार्यता पर जोर दिया।
डॉ. सुरेंद्र सिंह, नेशनल एसेसर ने शिशु की देखभाल में माता-पिता की भूमिका और स्वास्थ्य सेवाओं की उपयोगिता पर चर्चा की। वहीं, डॉ. हरिओम, डॉ. विनय, डॉ. आशीष, डॉ. सोनी, और डॉ. शोभा ने भी विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार साझा किए।


कार्यक्रम में स्टाफ नर्सिंग ऑफिसर्स और सहायक प्रबंधक पंकज सिंह के साथ अन्य पैरामेडिकल स्टाफ ने भी सक्रिय भागीदारी की। नर्सिंग स्टाफ ने अभिभावकों को बच्चों की देखभाल के व्यावहारिक तरीकों की जानकारी दी और उनकी शंकाओं का समाधान किया।
कार्यक्रम में मौजूद सभी प्रतिभागियों ने इसे सफल बनाने में योगदान दिया। इस पहल का उद्देश्य अभिभावकों को नवजात शिशु की सुरक्षा और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना था, जिससे बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं और देखभाल मिल सके।
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नवजात शिशु सुरक्षा सप्ताह के तहत आयोजित इस कार्यक्रम को सभी ने सराहा और इसे शिशु स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने का एक सफल प्रयास माना।