दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की जबरदस्त जीत के बाद नए मुख्यमंत्री को लेकर मंथन तेज हो गया है। 27 साल बाद दिल्ली में पूर्ण बहुमत से सत्ता में वापसी करने वाली बीजेपी के सामने मुख्यमंत्री पद के लिए कई दावेदार हैं। अब तक चर्चा में रहे नामों के साथ-साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पृष्ठभूमि के दो प्रमुख चेहरे भी इस रेस में शामिल हो गए हैं।
संघ पृष्ठभूमि के ये दो चेहरे सीएम रेस में आगे
- पवन शर्मा (उत्तम नगर विधायक)
- संघ के प्रचारक रह चुके हैं।
- दिल्ली प्रदेश के संगठन महामंत्री भी रहे हैं।
- संघ का मजबूत समर्थन मिलने पर दावेदारी मजबूत हो सकती है।
- राजकुमार भाटिया (आदर्श नगर विधायक)
- अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के पुराने नेता रहे हैं।
- पंजाबी समुदाय से आते हैं, जिससे दिल्ली में सामाजिक और जातीय संतुलन साधने में मदद मिलेगी।

इसके अलावा रोहतास नगर से विधायक जितेंद्र महाजन का नाम भी चर्चा में है, जो पंजाबी मूल और वैश्य समुदाय से आते हैं। हालांकि, उनकी पहचान संघ पृष्ठभूमि से नहीं रही है।
फैसला कब होगा?
- दिल्ली के नए मुख्यमंत्री का ऐलान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 14 फरवरी को विदेश दौरे से लौटने के बाद होने की संभावना है।
- जातीय और सामाजिक समीकरणों को ध्यान में रखते हुए बीजेपी जल्द ही अंतिम फैसला ले सकती है।
भव्य होगा शपथ ग्रहण समारोह
- भाजपा दिल्ली में 27 साल बाद सत्ता में आई है, इसलिए शपथ ग्रहण समारोह भव्य होगा।
- NDA शासित राज्यों के सभी मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित किए जाने की संभावना है।
- बीजेपी का जोर एक बड़े शक्ति प्रदर्शन पर होगा, जिससे भविष्य की रणनीति भी तय होगी।
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अब देखना दिलचस्प होगा कि दिल्ली का नया मुख्यमंत्री कौन होगा? क्या संघ से जुड़े चेहरे बाजी मारेंगे या कोई अन्य दावेदार सामने आएगा?