मध्यप्रदेश में जारी भारी बारिश अब खतरे का संकेत बनती जा रही है। प्रदेश की जीवनरेखा कही जाने वाली नर्मदा नदी इस समय उफान पर है। तेज़ बारिश के कारण जबलपुर स्थित बरगी डैम के 9 गेट खोल दिए गए हैं। इसके बाद नर्मदा का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है और निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है।
भेड़ाघाट में धुआंधार की धार हुई गायब
जबलपुर के विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल भेड़ाघाट में नर्मदा नदी के बढ़ते जलस्तर का बड़ा असर देखने को मिला है। सामान्य दिनों में जहां धुआंधार जलप्रपात की गगनभेदी गूंज सुनाई देती थी, वहीं अब वहां सिर्फ एक समतल बहाव दिख रहा है। तेज बहाव और लगातार पानी के दबाव से धारा पूरी तरह ओझल हो गई है।
ड्रोन कैमरे से सामने आए एरियल दृश्य नर्मदा के उग्र रूप को साफ तौर पर दिखा रहे हैं। नदी अब सौंदर्य नहीं, बल्कि चेतावनी बन चुकी है।
बरगी डैम के गेट क्यों खोले गए?
लगातार हो रही बारिश से नर्मदा नदी का जलस्तर डैम के सुरक्षित स्तर को पार करने लगा था। ऐसे में डैम पर दबाव कम करने और जल प्रवाह को संतुलित करने के लिए बरगी बांध के 9 गेट खोलने पड़े। इसके साथ ही नर्मदा नदी में पानी की तीव्रता कई गुना बढ़ गई है।
जिन इलाकों में अलर्ट जारी किया गया है:
- भेड़ाघाट
- ग्वारीघाट
- लम्हेटाघाट
- उमाघाट
- तिलवारा घाट
प्रशासन ने इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और नदी किनारे न जाने की सख्त हिदायत दी है।
भविष्य में और बढ़ेगा जलस्तर?
मौसम विभाग ने साफ किया है कि अगर इसी तरह बारिश जारी रही तो नर्मदा का जलस्तर और अधिक बढ़ सकता है। इससे आसपास के गांवों और शहरों में बाढ़ का खतरा और गहरा सकता है।
इसके साथ ही बिजली आपूर्ति, यातायात और फसलों पर भी प्रभाव पड़ सकता है।
प्रशासन की चेतावनी और सावधानियां:
- नर्मदा किनारे रहने वाले लोग जल्द सुरक्षित स्थानों पर पहुंचें
- बच्चों और बुजुर्गों को नदी किनारे जाने से रोका जाए
- सेल्फी या वीडियो बनाने के लिए नदी के पास जाना खतरनाक हो सकता है
- प्रशासन द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करें

ड्रोन कैमरे से दिखा नर्मदा का भयानक स्वरूप
ड्रोन द्वारा ली गई तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। इन तस्वीरों में साफ नजर आता है कि कैसे नर्मदा की शांत धाराएं अब बेकाबू लहरों में बदल चुकी हैं। भेड़ाघाट के ऊंचे चट्टानों से बहने वाली पतली धार अब एक समतल और तेज़ बहती नदी में बदल चुकी है।
यह सिर्फ दृश्य नहीं, चेतावनी है
नर्मदा का यह उग्र रूप एक प्राकृतिक संकेत है — हमें सतर्क रहने की ज़रूरत है। प्रशासन लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है, लेकिन जिम्मेदारी आम नागरिकों की भी है कि वे सतर्कता और संयम बरतें।
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नर्मदा सिर्फ एक नदी नहीं, मध्यप्रदेश की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहचान है। उसका यह रौद्र रूप हमें प्रकृति के संतुलन की अहमियत याद दिलाता है। ऐसी स्थिति में हर व्यक्ति की सजगता ही पूरे समाज को सुरक्षित रख सकती है।