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पटना में अस्पताल के अंदर गोलीबारी: पैरोल पर आए कैदी पर जानलेवा हमला, कानून-व्यवस्था पर फिर उठे सवाल

बिहार की राजधानी पटना एक बार फिर से अपराधियों के निशाने पर है। मंगलवार सुबह शहर के एक नामी निजी अस्पताल में उस वक्त अफरातफरी मच गई जब इलाज के लिए भर्ती एक कैदी को अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी। इस घटना ने न सिर्फ सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं, बल्कि प्रदेश में अपराधियों के मनोबल को भी उजागर कर दिया है।

इलाज के दौरान गोलीबारी

जानकारी के अनुसार, गोली लगने वाला व्यक्ति एक विचाराधीन कैदी है, जो पैरोल पर बाहर आया था और इलाज के लिए पारस अस्पताल में भर्ती था। अस्पताल परिसर में अज्ञात हमलावर घुसे और कैदी को निशाना बनाते हुए ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। गोली लगते ही अस्पताल परिसर में चीख-पुकार मच गई और अफरा-तफरी का माहौल बन गया।

घटना के तुरंत बाद हमलावर मौके से फरार हो गए। गोली लगने के बाद घायल कैदी को तत्काल इलाज के लिए भर्ती किया गया और डॉक्टरों ने उसकी हालत स्थिर बताई है।

SSP ने दी जानकारी

पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) ने मीडिया को बताया कि जैसे ही घटना की सूचना मिली, पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और अस्पताल की घेराबंदी कर दी गई। पुलिस घटना की जांच में जुट गई है और आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि हमले के पीछे पुरानी रंजिश एक बड़ी वजह हो सकती है, लेकिन फिलहाल किसी भी एंगल से इंकार नहीं किया जा रहा है।

अस्पताल में डर का माहौल

गोलीबारी की घटना ने अस्पताल स्टाफ और मरीजों में खौफ भर दिया है। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि इस तरह की घटनाएं मरीजों की सुरक्षा को लेकर चिंता पैदा करती हैं। सुरक्षा एजेंसियों को अस्पतालों और सार्वजनिक स्थानों पर निगरानी बढ़ाने की जरूरत है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि राजधानी में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि वे अस्पताल जैसी जगहों पर भी निडर होकर वारदात को अंजाम देने से नहीं डरते।

विपक्ष का सरकार पर हमला

घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, “यह घटना बिहार में फैले गुंडा राज का जीता-जागता उदाहरण है। अब तो अस्पताल भी सुरक्षित नहीं बचे हैं। सरकार कानून-व्यवस्था को संभालने में पूरी तरह विफल साबित हो रही है।”

तेजस्वी ने सरकार से मांग की कि अपराध पर तत्काल प्रभाव से नकेल कसी जाए और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि आम जनता खुद को सुरक्षित महसूस कर सके।

पुलिस की अपील और कार्रवाई

पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि अगर किसी के पास इस घटना से जुड़ी कोई भी जानकारी हो, तो वह तुरंत पुलिस से संपर्क करे। इसके साथ ही शहर में सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रमुख अस्पतालों, जेलों और कोर्ट परिसर के आसपास अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जा रहा है।

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अस्पताल जैसे संवेदनशील और सुरक्षित माने जाने वाले स्थान पर इस प्रकार की वारदात पुलिस की कार्यशैली और खुफिया तंत्र पर गंभीर सवाल खड़े करती है। यह घटना बिहार की कानून-व्यवस्था की पोल खोलती है और यह संकेत देती है कि अपराधियों को कानून का कोई डर नहीं रह गया है।

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