उमरिया: बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व (बीटीआर) के पनपथा बफर परिक्षेत्र में बाघ शावक के हमले से दो किसान गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना खितौली सर्किल के जगुआ बीट में हुई, जब किसान अपने खेतों की रखवाली कर रहे थे।
कैसे हुआ हमला?
- घायल किसानों की पहचान शिव दत्त पिता शत्रुधन तिवारी (52) और किशोरा पिता डोमारी गोंड (60) के रूप में हुई है।
- दोनों किसान खेतों में फसल की रखवाली कर रहे थे, तभी अचानक बाघ शावक ने हमला कर दिया।
- शिव दत्त को कटनी रेफर किया गया, जबकि किशोरा का इलाज बरही अस्पताल में जारी है।
वन विभाग की त्वरित कार्रवाई
- स्थानीय लोगों की सूचना पर बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की टीम मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल भिजवाया।
- वन विभाग ने क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी है और बाघ की निगरानी शुरू कर दी है।
- विशेषज्ञों के अनुसार, यह बाघ शावक हो सकता है, जो भटककर खेतों के पास आ गया था।

बढ़ते मानव-वन्यजीव संघर्ष पर चिंता
यह घटना मानव और वन्यजीवों के बीच बढ़ते संघर्ष को उजागर करती है। बाघों की बढ़ती संख्या और उनके प्राकृतिक वास में कमी के कारण इस तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं।
वन विभाग की अपील
- ग्रामीणों से सतर्क रहने और जंगल के किनारे फसलों की रखवाली में सावधानी बरतने की अपील की गई है।
- रात के समय खेतों में अकेले न जाने की सलाह दी गई है।
- वन विभाग की टीम लगातार बाघ की मूवमेंट पर नजर बनाए हुए है और स्थानीय लोगों को सुरक्षा के लिए आवश्यक निर्देश दिए जा रहे हैं।
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वन विभाग की इस त्वरित कार्रवाई से स्थानीय लोगों को राहत मिली है, लेकिन यह घटना वन्यजीव संरक्षण और मानव सुरक्षा के बीच संतुलन बनाए रखने की चुनौती को भी दर्शाती है।