बनासकांठा। गुजरात के बनासकांठा जिले में मंगलवार सुबह एक पटाखा फैक्ट्री में हुए भीषण विस्फोट में 17 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि कई मजदूर अब भी मलबे में दबे हुए हैं। मृतकों में अधिकांश मध्यप्रदेश के मजदूर बताए जा रहे हैं। हादसे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है, और प्रशासन राहत व बचाव कार्य में जुटा हुआ है।
कैसे हुआ हादसा?
पटाखा फैक्ट्री में बॉयलर फटने के कारण यह भयंकर धमाका हुआ, जिससे पूरी फैक्ट्री ध्वस्त हो गई। धमाके की तीव्रता इतनी अधिक थी कि लाशों के टुकड़े कई किलोमीटर दूर तक बिखर गए। फैक्ट्री के स्लैब गिर जाने से कई लोग मलबे में दब गए, जिससे मरने वालों की संख्या और बढ़ने की आशंका है।
फैक्ट्री मालिक फरार, लाइसेंस की जांच जारी
इस पटाखा फैक्ट्री का मालिक खूबचंद सिंधी है, जिसके पास पटाखे बेचने का लाइसेंस था, लेकिन घटना के वक्त वहां अवैध रूप से पटाखों का निर्माण भी हो रहा था। विस्फोट के बाद फैक्ट्री मालिक फरार हो गया है, और पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
मध्यप्रदेश सरकार ने जताया शोक, घायलों की मदद का ऐलान
इस घटना पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गहरा शोक जताते हुए मृतकों के परिजनों को हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा:
“गुजरात के बनासकांठा स्थित पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट से मध्यप्रदेश के श्रमिकों की असामयिक मृत्यु और गंभीर घायल होने का समाचार अत्यंत हृदयविदारक है। प्रदेश सरकार घायलों व मृतकों के परिजनों की हरसंभव मदद के लिए प्रतिबद्ध है। बाबा महाकाल से दिवंगत आत्माओं की शांति और घायलों के त्वरित स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करता हूं।”

यह हादसा मध्यप्रदेश के हरदा में 6 फरवरी 2024 को हुए विस्फोट की भयावह यादें ताजा कर रहा है, जिसमें 13 लोगों की मौत हुई थी और 300 से अधिक लोग घायल हुए थे। उस विस्फोट के बाद 60 से अधिक मकान पूरी तरह से नष्ट हो गए थे और आज भी कई लोग बेघर हैं।
आगे क्या?
- रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका।
- फैक्ट्री मालिक की तलाश में पुलिस की टीमें जुटीं।
- गुजरात और मध्यप्रदेश सरकार राहत और बचाव कार्यों पर नजर बनाए हुए हैं।
- घायलों के इलाज और मृतकों के परिवारों के लिए सहायता की घोषणा जल्द हो सकती है।
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हादसे की विस्तृत जांच के आदेश दे दिए गए हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या यह हादसा लापरवाही का नतीजा था या अवैध पटाखा निर्माण के कारण हुआ।