भोपाल, 3 जून: कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी सोमवार को अपने भोपाल दौरे के दौरान एक विवाद में घिर गए। मामला पूर्व प्रधानमंत्री और उनकी दादी इंदिरा गांधी की तस्वीर पर जूते पहनकर पुष्पांजलि अर्पित करने से जुड़ा है, जिसका वीडियो सामने आने के बाद सियासी हलकों में हलचल मच गई है। इस घटना को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
क्या है मामला?
राहुल गांधी आज भोपाल के दौरे पर पहुंचे हैं। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस कार्यालय के बाहर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की। लेकिन इस दौरान उन्होंने अपने जूते नहीं उतारे, जो कि भारतीय संस्कृति और परंपरा के विरुद्ध माना जाता है, खासकर श्रद्धांजलि देने जैसे संवेदनशील मौकों पर।
पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि राहुल गांधी सीधे जूते पहने हुए ही फूल अर्पित कर रहे हैं। इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, “राहुल गांधी मध्य प्रदेश आए हैं, उनका स्वागत है, लेकिन इस प्रकार से श्रद्धांजलि देना हमारी संस्कृति नहीं है। यह हमारे संस्कारों के विपरीत है।”
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं शुरू
इंदिरा गांधी के अपमान का आरोप लगाते हुए भाजपा ने राहुल गांधी को घेरना शुरू कर दिया है। भाजपा नेताओं का कहना है कि यह सिर्फ एक चूक नहीं, बल्कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की सोच को दर्शाता है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा, “जो व्यक्ति अपनी दादी को श्रद्धांजलि देने के लिए शिष्टाचार नहीं निभा सकता, वह देश की जनता की भावनाओं को क्या समझेगा?”
वहीं कांग्रेस की ओर से अभी तक इस पूरे विवाद पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन पार्टी के कुछ स्थानीय नेताओं ने इसे “अनजाने में हुई चूक” बताकर मामले को तूल न देने की बात कही है।
भोपाल में रोड शो और बैठकें
राहुल गांधी के भोपाल दौरे को कांग्रेस ने काफी महत्व दिया है। कांग्रेस कार्यालय से लेकर शहर के प्रमुख मार्गों तक रोड शो के लिए विशेष मंच और स्वागत द्वार बनाए गए हैं। शहर में जगह-जगह राहुल गांधी के होर्डिंग्स, पोस्टर और बैनर लगाए गए हैं।

आज दिन भर राहुल गांधी का कार्यक्रम पार्टी संगठन से जुड़ी तीन महत्वपूर्ण बैठकों का हिस्सा बनने का है। सुबह 9 बजे एयरपोर्ट से रवाना होने के बाद उन्होंने कांग्रेस मुख्यालय का दौरा किया और वहां पार्टी कार्यकर्ताओं से मिले।
बैठकों का एजेंडा क्या है?
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, राहुल गांधी इन बैठकों में संगठन सृजन अभियान, आगामी विधानसभा और स्थानीय चुनावों की रणनीति, और बूथ स्तर पर संगठन के सशक्तिकरण पर बात करेंगे।
वे सांसदों, विधायकों, प्रदेश कार्यकारिणी, जिला अध्यक्षों और राजनीतिक मामलों की समिति के सदस्यों से अलग-अलग बैठकें करेंगे।
बैठकों में सिर्फ उन्हीं नेताओं को प्रवेश मिलेगा जिन्हें पार्टी की ओर से अनुमति दी गई है, ताकि चर्चा केंद्रित और प्रभावी हो सके।
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राहुल गांधी के भोपाल दौरे का उद्देश्य पार्टी संगठन को मजबूती देना और आगामी राजनीतिक चुनौतियों के लिए रणनीति बनाना है, लेकिन जूते पहनकर श्रद्धांजलि देने की घटना ने पूरे दौरे का ध्यान भटका दिया है।
जहाँ एक ओर कांग्रेस अपने संगठनात्मक मिशन पर आगे बढ़ रही है, वहीं भाजपा इस विवाद को कांग्रेस नेतृत्व की ‘संवेदनशीलता की कमी’ के रूप में जनता के सामने रखने में जुटी है। आने वाले दिनों में यह मुद्दा और राजनीतिक तूल पकड़ सकता है।