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भोपाल में BJP नेता को मिली ‘सिर तन से जुदा’ करने की धमकी, सोशल मीडिया पर भेजे गए संदेश, पुलिस कर रही जांचनेता

भोपाल।
मध्य प्रदेश में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष एम. एजाज खान को सोशल मीडिया पर जान से मारने की धमकी दी गई है। यह धमकियां पिछले एक महीने से लगातार मिल रही थीं और आरोपी ने एक बार फिर 10 जून को खौफनाक अंदाज में लिखा — “बीजेपी छोड़ दो, वरना सिर तन से जुदा कर दिया जाएगा।”

यह धमकी बेहद संवेदनशील और गंभीर मानी जा रही है, क्योंकि यह सीधे तौर पर एक राजनीतिक दल के पदाधिकारी को आतंकित करने की कोशिश है। एम. एजाज खान ने इसे गंभीरता से लेते हुए भोपाल के टीला जमालपुरा थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस और साइबर सेल ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी की पहचान कर ली है, और अब उसे जल्द गिरफ्तार किए जाने की तैयारी है।

13 मई से मिल रही थीं धमकियां

भाजपा नेता के मुताबिक, पहली धमकी 13 मई को एक सोशल मीडिया अकाउंट से मिली थी, जिसका नाम ‘सुभी खान’ था। शुरुआत में तो उन्होंने इसे नजरअंदाज किया, लेकिन जब बार-बार इसी अकाउंट से धमकियां मिलने लगीं और भाषा बेहद आपत्तिजनक व खतरनाक हो गई, तब उन्होंने पुलिस की मदद लेने का फैसला किया।

10 जून को धमकी देने वाले ने साफ लिखा
“अगर बीजेपी नहीं छोड़ी, तो सिर तन से जुदा कर दिया जाएगा।”

ऐसी कट्टरपंथी भाषा और हिंसक सोच के बाद अब प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं।

पुलिस का बयान – आरोपी की पहचान हो चुकी है

टीला जमालपुरा पुलिस ने बताया कि आईटी एक्ट और आईपीसी की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।
साइबर सेल की मदद से आरोपी की डिजिटल पहचान कर ली गई है। फिलहाल, उसकी गिरफ्तारी की प्रक्रिया चल रही है। पुलिस ने यह भी कहा कि शुरुआती जांच में यह मामला सोच-समझकर किया गया साइबर-धमकी का केस लग रहा है, जिसमें किसी संगठन या नेटवर्क की भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता।

एजाज खान बोले – मुझे जान का खतरा, सिवनी दौरे से पहले सुरक्षा चाहि

भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष एम. एजाज खान ने मीडिया से बात करते हुए कहा,

“मैं 15 जून को सिवनी जिले के दौरे पर जा रहा हूं। मुझे अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता है, इसलिए मैंने समय रहते पुलिस में शिकायत की। मैं डरने वाला नहीं हूं, लेकिन ऐसी कट्टर सोच को रोकना ज़रूरी है।”

उन्होंने यह भी कहा कि वे इस मुद्दे को पार्टी स्तर पर भी उठाएंगे ताकि अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं की भी सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।

सिर्फ एक नेता पर हमला नहीं, लोकतंत्र की चेतावनी है

सोशल मीडिया पर जिस तरह से कट्टरपंथ और धमकियों की भाषा बढ़ रही है, वह बेहद चिंताजनक है। खासतौर पर तब, जब किसी सार्वजनिक प्रतिनिधि या राजनीतिक दल के पदाधिकारी को इस तरह खुली धमकियां दी जाती हैं। यह न केवल कानून व्यवस्था की विफलता की ओर इशारा करता है, बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों पर सीधा प्रहार भी है।

पुलिस को चाहिए कि वह न सिर्फ आरोपी को गिरफ्तार करे, बल्कि यह सुनिश्चित करे कि इस तरह की मानसिकता पर सख्ती से नकेल कसी जाए।

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एम. एजाज खान को मिली धमकी केवल एक व्यक्ति को डराने की कोशिश नहीं है, बल्कि एक खतरनाक प्रवृत्ति का संकेत है। समय रहते इस पर कानूनी और प्रशासनिक कार्रवाई बेहद ज़रूरी है। साथ ही सोशल मीडिया पर नफरत फैलाने वालों पर नजर रखना अब वक्त की मांग बन गया है

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