मध्य प्रदेश की राजनीति में इन दिनों एक बयान ने जबरदस्त हलचल मचा दी है। आगर-मालवा जिले की सुसनेर विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक भैरो सिंह परिहार का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वे खुले मंच से खुद को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़ा हुआ बता रहे हैं। बयान सामने आने के बाद जहां बीजेपी को कांग्रेस पर निशाना साधने का मौका मिल गया है, वहीं कांग्रेस पार्टी के भीतर भी असहज स्थिति बन गई है।
कांग्रेस विधायक ने मंच से कबूला संघ कनेक्शन
वायरल वीडियो में विधायक भैरो सिंह परिहार एक सार्वजनिक कार्यक्रम में मौजूद हैं। यह कार्यक्रम राजपूत महासभा द्वारा आयोजित किया गया था, जहां मंच पर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मान सिंह ठीकरिया भी मौजूद थे। अपने संबोधन में विधायक परिहार कहते हैं, “आप भी संघ से जुड़े हैं, मैं आपका सम्मान करता हूं क्योंकि मैं भी कांग्रेस में रहते हुए संघ से जुड़ा हूं। मैंने कई पदाधिकारियों के साथ काम किया है। जब गरोठ के विधायक को पुलिस उठाने आई थी, तब मैंने ही संघ के लिए कॉम्प्रोमाइज करवाया था।”
उनका यह बयान न केवल कांग्रेस की विचारधारा के विपरीत नजर आता है, बल्कि पार्टी के भीतर भी इस पर सवाल उठ रहे हैं।
बीजेपी ने साधा राहुल गांधी पर निशाना
इस बयान को लेकर बीजेपी तुरंत हमलावर हो गई। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी और बीजेपी प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने सोशल मीडिया पर लिखा, “कांग्रेस विधायक मंच से कह रहे हैं कि वे संघ से जुड़े हैं। अब समझ आया कि राहुल गांधी की पार्टी में ‘अच्छे लोग’ हो सकते हैं, लेकिन राहुल के दिल में नहीं।”


बीजेपी ने सवाल उठाया है कि अगर कांग्रेस विधायक संघ से जुड़े हैं, तो क्या कांग्रेस में आरएसएस की स्लीपर सेल मौजूद है?
कांग्रेस में अंदरूनी उथल-पुथल
सूत्रों के अनुसार, विधायक परिहार के बयान की शिकायत कांग्रेस संगठन तक पहुंच चुकी है। पार्टी के कुछ नेताओं का कहना है कि यह विधायक की व्यक्तिगत राय हो सकती है, लेकिन कई अन्य नेताओं ने इसे पार्टी लाइन के खिलाफ सीधा उल्लंघन बताया है। इस मामले में कांग्रेस हाईकमान क्या कदम उठाता है, इस पर सभी की निगाहें टिकी हैं। क्या विधायक परिहार से सफाई मांगी जाएगी? क्या उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी?
चुनाव से पहले उठता बड़ा राजनीतिक सवाल
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं। ऐसे में कांग्रेस विधायक का यह संघ प्रेम आने वाले दिनों में पार्टी के लिए एक बड़ा राजनीतिक संकट बन सकता है। राहुल गांधी हमेशा आरएसएस की आलोचना करते रहे हैं, ऐसे में उनके ही विधायक का संघ से जुड़ा होना पार्टी की विचारधारा और रणनीति पर सवाल खड़े करता है।
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यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस इस बयान को कैसे संभालती है – नजरअंदाज करती है, या कोई बड़ा निर्णय लेती है।