इंदौर: एक बार फिर कोरोना वायरस ने मध्य प्रदेश में दस्तक दे दी है। साल 2020 से 2022 तक देश और दुनिया को झकझोर देने वाली इस महामारी का नया वैरिएंट JN.1 अब एमपी में भी सक्रिय हो चुका है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, राज्य में कोरोना के दो नए मामले इंदौर से सामने आए हैं, जिसके बाद पूरे विभाग में हड़कंप मच गया है।
इंदौर, जो पिछली लहरों में मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा हॉटस्पॉट रहा है, इस बार भी कोरोना की वापसी का मुख्य केंद्र बनता दिखाई दे रहा है। इस खबर के सामने आते ही जिला प्रशासन और स्वास्थ्य अमला हरकत में आ गया है।
दो मरीज, दो कहानियाँ – एक की ट्रेवल हिस्ट्री केरल से, दूसरा स्थानीय
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, इंदौर में पाए गए दोनों मरीजों की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है। इनमें से एक मरीज हाल ही में केरल से लौटा है, जबकि दूसरा मरीज स्थानीय निवासी है और उसकी कोई भी ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है। यह स्थिति प्रशासन के लिए चिंता का विषय बन गई है, क्योंकि इससे स्थानीय स्तर पर संक्रमण फैलने का अंदेशा भी बढ़ गया है।
बता दें कि दोनों मरीजों ने निजी लैब में कोरोना की जांच कराई थी, जिसमें संक्रमण की पुष्टि हुई। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने दोनों की सैंपलिंग दोबारा करवाई है। प्रारंभिक लक्षणों की बात करें तो दोनों को मामूली खांसी और हल्का बुखार है।

भारत में कोरोना के नए वैरिएंट JN.1 के मामले पहले ही केरल, दिल्ली, कर्नाटक, गुजरात, हरियाणा और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में मिल चुके हैं। अब मध्य प्रदेश भी इस लिस्ट में शामिल हो गया है। विशेषज्ञों के अनुसार, JN.1 वैरिएंट तेजी से फैलने वाला है, लेकिन इसके लक्षण फिलहाल हल्के बताए जा रहे हैं।
हालांकि, कम लक्षणों के बावजूद इसकी संक्रामकता अधिक होने के कारण लोगों को अत्यधिक सावधानी बरतने की जरूरत है।
स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, जारी की गई गाइडलाइन
इंदौर में कोरोना केस मिलने के तुरंत बाद स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है। लोगों को भीड़भाड़ वाली जगहों पर न जाने, मास्क पहनने और हाथ धोने की सलाह दी गई है। साथ ही, जिन लोगों को खांसी, जुकाम या बुखार जैसे लक्षण हैं, उन्हें तुरंत जांच कराने की अपील की गई है।
जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि, “हम स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। मरीजों के कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की जा रही है और संभावित लोगों की भी स्क्रीनिंग की जा रही है। अस्पतालों को भी तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं।”
क्या है JN.1 वैरिएंट?
JN.1, ओमिक्रॉन परिवार का नया सब-वैरिएंट है। यह वायरस का म्यूटेशन रूप है, जो सर्दियों में तेजी से फैलता है। हालांकि, इसके लक्षण गंभीर नहीं माने जा रहे हैं, लेकिन बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं और अन्य बीमारियों से जूझ रहे मरीजों के लिए यह खतरे का संकेत हो सकता है।
जनता को सावधानी की जरूरत
विशेषज्ञों और डॉक्टरों ने अपील की है कि लोग लापरवाही न बरतें। भले ही मामले कम हों, लेकिन वायरस का एक नया रूप सामने आना भविष्य की लहर का संकेत हो सकता है। जरूरी है कि लोग फिर से कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करें और लक्षण दिखने पर टेस्ट अवश्य कराएं।
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इंदौर में कोरोना के दो नए केस मिलने के बाद पूरे मध्य प्रदेश में फिर से सावधानी का माहौल बन गया है। हालांकि, घबराने की नहीं, बल्कि सतर्क रहने की जरूरत है। जनता की जागरूकता और स्वास्थ्य विभाग की तत्परता ही इस बार संक्रमण को शुरुआती स्तर पर रोक सकती है। इसलिए, मास्क लगाएं, हाथ धोएं, भीड़ से बचें और कोविड के प्रति फिर से सतर्क हो जाएं।