Homeप्रदेशमध्य प्रदेश में बादल नहीं बरसे, कहर टूटा: गांधी सागर में दो...

मध्य प्रदेश में बादल नहीं बरसे, कहर टूटा: गांधी सागर में दो की मौत, गांवों में कैद हुई ज़िंदगी, 8 जिलों में रेड अलर्ट जारी

मध्य प्रदेश में मानसून ने अब तक की सबसे भयावह दस्तक दी है। आसमान से राहत नहीं, कहर बरस रहा है। बारिश की रफ्तार ने प्रदेश के कई जिलों को पलक झपकते ही पंगु बना दिया। हालात इतने बदतर हो गए हैं कि पुलों के ऊपर से पानी बह रहा है, गांव टापुओं में तब्दील हो गए हैं और कई लोगों की जान पर बन आई है।

गांधी सागर
रविवार को राजस्थान के कोटा से आए दो युवक मध्य प्रदेश के गरोठ क्षेत्र में पिकनिक मनाने पहुंचे थे। लेकिन उन्हें क्या पता था कि उनकी यह सैर ज़िंदगी का आखिरी पड़ाव साबित होगी। भानपुर गांव के गांधी सागर डैम के बैकवॉटर में कार ट्यूब लेकर उतरे दोनों युवक गहरे पानी में समा गए।

15 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सोनू यादव (20) और चेतन कुमार (24) के शव बरामद हुए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि युवक लगातार फोटो और वीडियो बनाने में व्यस्त थे। कुछ मिनटों में ही वे डूब गए और गायब हो गए।

सीहोर जिले में पार्वती नदी का पानी इतना बढ़ गया कि वह पुल के ऊपर से बहने लगा। लोगों ने एक कार को पार न करने की सलाह दी, लेकिन चालक ने लापरवाही दिखाई। नतीजा ये हुआ कि कार पानी में फंस गई। स्थानीय ग्रामीणों ने रस्सियों और लकड़ी के सहारे रेस्क्यू कर अंदर फंसे लोगों को बाहर निकाला।

बालाघाट, उमरिया, मंडला – सड़कें बनीं दरिया, संपर्क टूटा

बालाघाट जिले में हालात सबसे नाजुक हो चले हैं। निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन चुकी है। मुख्यालय से कई गांवों का संपर्क टूट गया है। उमरिया में कछरवार गांव को जोड़ने वाला एकमात्र वैकल्पिक मार्ग बारिश में बह गया है।

बिरसा तहसील में जानपुर-करहू मार्ग, पल्हेरा-कटंगी, रमगढ़ी-बीजाटोला, हर्राभाट-जैरासी जैसे ग्रामीण मार्ग जलमग्न हैं। मंडला में बंजर नदी का पानी पुल के ऊपर से बह रहा है, जिससे मोचा-टाटरी मार्ग बंद कर दिया गया है। पुलिस ने बैरिकेडिंग कर दी है ताकि कोई अनहोनी न हो।

नर्मदा भी बेकाबू

नर्मदापुरम और सोहागपुर में 3 इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई। इससे बरगी डैम का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। सोमवार को फिर डैम से पानी छोड़ा जाएगा, जिससे नर्मदा नदी का जलस्तर 4-5 फीट तक बढ़ने की आशंका है।

सेठानी घाट पर जलस्तर 944.1 फीट पर पहुंच गया है। माहिष्मती घाट का छोटा पुल डूब चुका है। मटियारी, सुरपन और बंजर जैसी सहायक नदियां भी रौद्र रूप में हैं।

संजय गांधी ताप विद्युत केंद्र, उमरिया में गेट नंबर 3 और 4 को खोला गया है। बैतूल के सारणी क्षेत्र में 236 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई है, जिसके बाद सतपुड़ा डैम के 5 गेट खोलने पड़े।

मौसम विभाग की चेतावनी: अगले 72 घंटे बेहद खतरनाक
मौसम विभाग ने हरदा, नर्मदापुरम, रायसेन, विदिशा, गुना, अशोकनगर, श्योपुर और सिवनी में ‘भारी से अति भारी बारिश’ का रेड अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में अगले तीन दिन (8-9-10 जुलाई) तक स्थिति और बिगड़ सकती है।

मध्यम और हल्की बारिश का पूर्वानुमान:

सीहोर, बैतूल, छिंदवाड़ा, शिवपुरी, खंडवा, बालाघाट में मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, सागर, देवास, धार, अलीराजपुर, डिंडोरी सहित 26 जिलों में हल्की बारिश हो सकती है।

यह भी पढ़ें:- चलती बस में ड्राइवर को दिल का दौरा, यात्रियों को बचाया लेकिन इलाज में देरी से गई जान

लोगों से अपील की गई है कि नदियों और पुलों के पास जाने से बचें। मौसम का मिजाज अगले तीन दिन किसी भी वक्त बिगड़ सकता है। अगर आप यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो स्थगित करें।

यह केवल बारिश नहीं, चेतावनी है — संभल जाइए, सुरक्षित रहिए।

RELATED ARTICLES

Most Popular