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मध्य प्रदेश:-5 साल का मासूम बिना डरे थाने पहुंचा, खोले पिता के राज

धार: मध्य प्रदेश के धार जिले से एक बेहद दिलचस्प और हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक 5 साल का बच्चा बिना किसी डर के थाने पहुंच गया और चौकी इंचार्ज से अपने पिता की शिकायत की। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है और लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है।

मध्य प्रदेश:- मासूम का साहसिक कदम

धार जिले के ग्राम बाकानेर का निवासी 5 साल का हसनैन अपने पिता इकबाल की शिकायत लेकर बाकानेर पुलिस चौकी पर पहुंच गया। उसने चौकी प्रभारी से तुतलाते हुए कहा, “मेरे पापा को जेल भेज दो।” हसनैन अपने पिता द्वारा नदी पर जाने से रोकने और सड़क पर घूमने से मना करने से नाराज था। अपने पिता के खिलाफ शिकायत करने के लिए उसने चौकी का रुख किया।

शिकायत की वजह

हसनैन के पिता, इकबाल, ने उसे बार-बार नदी के पास और सड़क पर न जाने की सलाह दी थी, जिसे लेकर हसनैन ने थाने जाकर शिकायत दर्ज कराई। वीडियो में हसनैन पुलिसकर्मियों से कहता है, “मेरे पापा मुझे डांट रहे थे कि नदी पर मत जाना, तो मैं चौकी गया फिर सर ने मुझे बोला रोज स्कूल जाना और मस्ती मत करना।

पुलिस की प्रतिक्रिया

चौकी प्रभारी गोरेलाल शुक्ल ने बताया कि यह घटना उनके करियर का अनोखा अनुभव रही है। उन्होंने कहा, “कुछ दिन पहले एक पांच साल का बच्चा हसनैन चौकी पर आकर अपने पिता की शिकायत करने लगा। उसने कहा कि उसके पिताजी ने उसे परेशान किया है और उसकी रिपोर्ट लिखवाने की मांग की। पुलिस अधीक्षक महोदय की संवेदनशीलता के चलते हमने बच्चे के पिता को बुलाकर समझाया और फिर बच्चे को घर भेज दिया।”

पिता का पक्ष

हसनैन के पिता, इकबाल, ने कहा कि उनके बेटे को नदी पर जाने और सड़क पर घूमने से रोकने के लिए उन्होंने उसे डांटा था। उन्होंने कहा, “मेरे बेटे को स्कूल नहीं जाना था और वह अक्सर नदी पर जाता था, सड़क पर घूमता था। इसलिए मैंने उसे डांटा। अब मुझे कई कॉल्स आ रहे हैं और लोग पूछ रहे हैं। मैं फोन का जवाब देते-देते थक गया हूं।”

घटना का प्रभाव

यह घटना न केवल धार जिले बल्कि पूरे राज्य में चर्चा का विषय बन गई है। हसनैन की शिकायत ने न केवल उसके पिता की स्थिति को उजागर किया बल्कि पुलिस के प्रति आम जनता के विश्वास को भी दिखाया। इस घटनाक्रम ने यह साबित कर दिया है कि बच्चे भी अपनी परेशानियों को उठाने में कोई कसर नहीं छोड़ते, और यह कि पुलिस तंत्र भी ऐसी समस्याओं का समाधान गंभीरता से करता है।

निष्कर्ष

धार जिले के बाकानेर में घटित यह घटना एक अद्भुत उदाहरण है कि कैसे एक मासूम बच्चा अपने अधिकारों के लिए खड़ा हो सकता है। यह घटना समाज और कानून व्यवस्था में बच्चों की सुरक्षा और उनकी समस्याओं को लेकर जागरूकता बढ़ाने का काम करेगी। हसनैन की बहादुरी और पुलिस की संवेदनशीलता ने एक महत्वपूर्ण संदेश दिया है कि सभी के लिए कानून और सुरक्षा व्यवस्था समान होनी चाहिए, चाहे वे कितने भी छोटे क्यों न हों।

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