प्रयागराज: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में देशभर में चल रहे स्वच्छता अभियान के तहत प्रयागराज के तेज बहादुर सप्रू अस्पताल में एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां कुछ कर्मचारियों पर आरोप है कि उन्होंने पहले साफ परिसर में कूड़ा फैलाया और फिर इसे साफ करने का नाटक किया, जिससे पूरे अभियान की विश्वसनीयता पर सवाल उठ गए हैं।
यूपी:- अभियान का विवरण
7 सितंबर को शुरू हुए स्वच्छता पखवाड़े के तहत इस अस्पताल में अभियान चलाया गया था। आरोप है कि फोर्थ क्लास के कर्मचारियों ने पहले परिसर में कूड़ा फैलाया और इसके बाद डॉक्टरों ने झाड़ू लेकर सफाई का काम किया। इस दौरान अस्पताल में इलाज करा रहे मरीज और उनके परिजन भी मौजूद थे, जिन्होंने इस दृश्य पर आश्चर्य जताया।
अनुज पांडेय, जो इस समय अस्पताल में मौजूद थे, ने कहा, “यह कोई सफाई नहीं, बल्कि फोटो सेशन है। प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान का मजाक उड़ाया जा रहा है।”
अस्पताल प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस मामले पर अस्पताल की CMS डॉ. भावना शर्मा ने सफाई देते हुए कहा कि अभियान का उद्देश्य स्वच्छता का संदेश फैलाना था। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य सही था। इस अभियान के माध्यम से हमने लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया। इसमें कुछ भी गलत नहीं है।”
स्वच्छता पखवाड़ा का महत्व
बीजेपी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन से लेकर महात्मा गांधी जयंती (2 अक्टूबर) तक स्वच्छता पखवाड़ा मनाने का निर्णय लिया है। इस दौरान उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है, जैसे रक्तदान शिविर और स्कूलों एवं अस्पतालों में स्वच्छता अभियान।
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इस घटना ने स्वच्छता अभियानों की विश्वसनीयता को एक बार फिर से सवालों के घेरे में ला दिया है। जनता की नजर अब यह देखने पर है कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है।