रतलाम जिले के जावरा ब्लॉक में तिलक लगाने को लेकर हुए विवाद ने देखते ही देखते एक बड़ा सांप्रदायिक रंग ले लिया। एक मुस्लिम युवक द्वारा एक व्यापारी को थप्पड़ मारने की घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल बन गया। घटना के विरोध में हिंदू संगठनों ने थाने का घेराव, चक्काजाम और हनुमान चालीसा का पाठ कर अपना आक्रोश जताया। मामले के तूल पकड़ने के बाद पुलिस ने देर रात आरोपी और उसके परिजनों पर मुकदमा दर्ज कर लिया।
क्या है पूरा मामला?
यह मामला जावरा के प्रमुख व्यापारी सूरज महावर से जुड़ा है, जो हिंदू जागरण मंच के शहर संयोजक भी हैं। जानकारी के मुताबिक, सूरज महावर तिलक लगाए हुए थे और इसी बात को लेकर स्थानीय मुस्लिम युवक आशिम कुरैशी ने आपत्ति जताई। कहासुनी बढ़ी तो आशिम ने सूरज महावर को थप्पड़ मार दिया और कथित रूप से यह भी कहा कि “आज के बाद यहां मत आना।”
इस अप्रत्याशित हमले से हतप्रभ सूरज महावर ने घटना की सूचना अपने साथियों को दी, जिसके बाद बड़ी संख्या में हिंदू संगठन के कार्यकर्ता थाना पहुंच गए। मौके पर लगभग दो घंटे तक हंगामा चलता रहा। भीड़ ने मांग की कि आरोपी को तत्काल गिरफ्तार कर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
सीसीटीवी फुटेज से हुई पुष्टि, पुलिस ने दर्ज किया केस
हंगामे के दौरान सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को सौंपा गया, जिसमें पूरी घटना रिकॉर्ड थी। पुलिस ने मामला गंभीरता से लेते हुए आरोपी आशिम कुरैशी, उसके माता-पिता और परिजनों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। थाने में उपस्थित कार्यकर्ताओं ने आरोपी का जुलूस निकालने तक की मांग कर दी थी, लेकिन पुलिस ने माहौल को नियंत्रित करते हुए उन्हें समझाइश दी।

सीएसपी दुर्गेश आरमो और थाना प्रभारी जीतेन्द्र जादौन ने देर रात खुद मोर्चा संभालते हुए मामला शांत कराया। पुलिस अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को आरोपी की जल्द गिरफ्तारी और रासुका के तहत कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद लोगों ने आंदोलन स्थगित किया।
शनिवार को बड़े प्रदर्शन की सूचना, प्रशासन सतर्
पुलिस द्वारा रात में कार्रवाई किए जाने के बाद भी मामला पूरी तरह शांत नहीं हुआ है। शनिवार को जावरा के घंटाघर पर हिंदू संगठनों द्वारा एक बड़े प्रदर्शन की सूचना है। प्रशासन ने स्थिति को देखते हुए चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात कर दिया है और पूरे इलाके में सतर्कता बढ़ा दी गई है।
क्या बोले अधिकारी?
सीएसपी दुर्गेश आरमो ने कहा:
“हमने तत्काल प्रभाव से मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम गठित की गई है और आवश्यक कानूनी प्रक्रिया जारी है।”
टीआई जीतेंद्र जादौन ने कहा:
“स्थिति को लेकर सतर्कता बरती जा रही है। सभी पक्षों को समझाइश दी जा रही है कि किसी भी प्रकार की अफवाह या भड़काऊ कदम से बचें।”
सामाजिक सौहार्द की अपील
यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब समाज में धार्मिक सहिष्णुता और आपसी भाईचारे की सबसे अधिक जरूरत है। तिलक जैसे प्रतीकात्मक विषय को लेकर उत्पन्न विवाद ने न केवल तनाव का माहौल बनाया बल्कि राजनीतिक और धार्मिक संगठनों को आमने-सामने ला दिया।
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प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह मामले की निष्पक्ष जांच कर तथ्यों के आधार पर उचित कार्रवाई करे और किसी भी वर्ग विशेष को निशाना बनाने से बचा जाए। साथ ही यह भी आवश्यक है कि दोनों पक्ष कानून का सम्मान करते हुए संयम बनाए रखें और शांति व्यवस्था में सहयोग करें।