राजगढ़ जिले के सुठालिया थाना क्षेत्र में स्थित पीएमश्री स्कूल से जुड़े अश्लील वीडियो कांड ने एक बार फिर शिक्षा व्यवस्था और सोशल मीडिया की गंभीरता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो में स्कूल के क्लासरूम में एलईडी टीवी पर अश्लील फिल्म चलाते छात्र दिखाई दिए थे। वीडियो सामने आने के बाद जहां अभिभावकों और स्थानीय लोगों में नाराजगी देखने को मिली, वहीं अब मामले ने नया मोड़ ले लिया है।
दरअसल, स्कूल के प्राचार्य हेमंत यादव ने यूट्यूबर बृजमोहन सूर्यवंशी के खिलाफ ब्लैकमेलिंग और धमकी देने का मामला दर्ज कराया है। प्राचार्य का आरोप है कि यूट्यूबर ने उन्हें फोन कर 50 हजार रुपये की मांग की। पैसे न मिलने पर उसने वीडियो वायरल कर दिया।
FIR में दर्ज धाराएं
सुठालिया पुलिस ने प्राचार्य की शिकायत पर यूट्यूबर के खिलाफ बीएनएस की धारा 308(2) और 351(3) के तहत FIR दर्ज की है। ये धाराएं ब्लैकमेलिंग और धमकी देने से संबंधित हैं।
क्या है पूरा मामला?
कुछ महीने पहले पीएमश्री स्कूल के क्लासरूम का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इसमें करीब 13 छात्र क्लासरूम में कुर्सियों पर बैठे दिखाई दिए और एलईडी स्क्रीन पर अश्लील फिल्म चल रही थी। वीडियो में एक छात्र स्क्रीन के पास खड़ा नजर आता है जबकि अन्य छात्र फिल्म देखते हुए रिकॉर्डिंग कर रहे हैं। इस बीच एक अन्य छात्र उनकी हरकत का वीडियो बना लेता है।
वीडियो वायरल होते ही जिले में हंगामा मच गया। लोगों ने इसे शिक्षा व्यवस्था पर कलंक बताते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की।

प्राचार्य की सफाई
स्कूल के प्राचार्य हेमंत यादव ने बताया कि यह वीडियो 8–10 महीने पुराना है और उस समय वे स्कूल में पदस्थ भी नहीं थे। उनका कहना है कि वे 12 मई से प्राचार्य बने हैं और पहले शिक्षक के रूप में काम कर रहे थे। उन्होंने बताया कि वीडियो वायरल होने के बाद उनके पास बृजमोहन सूर्यवंशी नामक शख्स के कई फोन आए। उसने मिलने के लिए बुलाया और कहा कि वह वीडियो उसके पास है। इसके बाद उसने 50 हजार रुपये की मांग की।
प्राचार्य ने जब पैसे देने से साफ इंकार कर दिया तो आरोपी ने वीडियो वायरल कर दिया।
जांच में जुटा शिक्षा विभाग
जिला शिक्षा अधिकारी करण सिंह भिलाला ने बताया कि जैसे ही मामला संज्ञान में आया, तुरंत तीन प्राचार्यों की एक जांच समिति गठित कर दी गई है। यह समिति पूरे प्रकरण की विस्तृत रिपोर्ट पेश करेगी।
अभिभावकों में नाराजगी
मामला सामने आने के बाद अभिभावकों में रोष है। उनका कहना है कि शिक्षा जैसी पवित्र जगह पर इस तरह की घटनाएं न केवल बच्चों के भविष्य को प्रभावित करती हैं बल्कि समाज के लिए भी खतरे की घंटी हैं।
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सुठालिया पुलिस ने FIR दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि यदि ब्लैकमेलिंग और धमकी की पुष्टि होती है तो आरोपी यूट्यूबर के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
यह पूरा मामला इस बात की ओर इशारा करता है कि सोशल मीडिया और तकनीक का दुरुपयोग बच्चों और शिक्षण संस्थानों के लिए कितनी बड़ी चुनौती बनता जा रहा है।