मध्य प्रदेश के रीवा जिले में एक बार फिर सोशल मीडिया पर अवैध हथियार के साथ वीडियो बनाकर दहशत फैलाने का मामला सामने आया है। वीडियो में एक युवक देसी तमंचा लहराते हुए दिखाई दे रहा है। यह वीडियो सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों पर तेजी से वायरल हो गया है, जिसके बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया।
ग्राम पटपराहा का मामला
यह वायरल वीडियो पनवार थाना क्षेत्र के ग्राम सेहुड़ा अंतर्गत पटपराहा गांव का बताया जा रहा है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि आरोपी युवक घर के अंदर खड़ा होकर देशी तमंचा हाथ में लेकर वीडियो बना रहा है और कथित रूप से गोली चलाने की धमकी जैसे इशारे करता दिखाई दे रहा है। वीडियो से स्पष्ट है कि इसका उद्देश्य दहशत फैलाना और शक्ति प्रदर्शन करना है।
सोशल मीडिया बना हथियार प्रदर्शन का अड्डा
यह घटना कोई पहली नहीं है। बीते कुछ महीनों में रीवा और आसपास के इलाकों से लगातार अवैध हथियारों के प्रदर्शन से जुड़े वीडियो सामने आ रहे हैं। सोशल मीडिया, खासतौर पर इंस्टाग्राम और फेसबुक, पर इस तरह के वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं, जिससे युवाओं में गैंग कल्चर और हथियारों के प्रति आकर्षण बढ़ रहा है।

पुलिस प्रशासन की प्रतिक्रिया
वीडियो वायरल होने के तुरंत बाद, एडिशनल एसपी आरती सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पनवार थाना प्रभारी को युवक की पहचान और गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं। एएसपी ने मीडिया को बताया:
“वीडियो का परीक्षण किया जा रहा है। आरोपी युवक की पहचान की जा रही है और जल्द ही उसे हिरासत में लिया जाएगा। अवैध हथियारों की बिक्री और प्रदर्शन पूरी तरह गैरकानूनी है और इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आईटी एक्सपर्ट्स की मदद से वीडियो की लोकेशन और IP डेटा खंगाले जा रहे हैं, जिससे वीडियो अपलोड करने वाले की सटीक पहचान की जा सके।
अवैध हथियारों की उपलब्धता बनी चिंता का कारण
रीवा जिले और आसपास के क्षेत्रों में अवैध हथियारों की आसान उपलब्धता प्रशासन के लिए गंभीर चुनौती बनती जा रही है। यह घटना इस बात का संकेत है कि अपराधी तत्वों के पास बिना किसी वैध लाइसेंस के हथियार पहुंच रहे हैं। इससे न सिर्फ कानून-व्यवस्था को खतरा है, बल्कि युवाओं में अपराध के प्रति बढ़ती प्रवृत्ति भी चिंता का विषय है।
सवाल उठता है – कहां से आ रहे हैं ये हथियार?
इस तरह की घटनाओं के बाद यह सवाल फिर उठता है कि देशी तमंचे और अन्य हथियार आखिरकार किन स्रोतों से युवाओं तक पहुंच रहे हैं? क्या इसके पीछे कोई संगठित अवैध हथियार तस्करी रैकेट सक्रिय है? पुलिस को अब केवल सोशल मीडिया वीडियो हटाने और आरोपी को पकड़ने से आगे जाकर पूरे नेटवर्क की जड़ तक पहुंचने की आवश्यकता है।
सख्त कानून की दरकार
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि समय रहते इन मामलों में दृढ़ता से कार्रवाई नहीं की गई, तो यह अपराधियों के हौसले और बढ़ा सकती है। सामाजिक कार्यकर्ताओं और नागरिक संगठनों ने प्रशासन से मांग की है कि इस प्रकार के मामलों में NSA (राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम) या आर्म्स एक्ट की सख्त धाराओं के तहत कार्रवाई की जाए।
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रीवा में वायरल हुआ हथियार वाला यह वीडियो न केवल कानून-व्यवस्था की गंभीर स्थिति को उजागर करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि सोशल मीडिया अब अपराधियों के लिए शोऑफ का प्लेटफॉर्म बनता जा रहा है। यदि इस प्रवृत्ति पर जल्द नियंत्रण नहीं पाया गया, तो यह समाज के लिए बेहद खतरनाक संकेत हो सकता है।