रीवा
देशभर में इन दिनों ‘वोट चोरी’ और मतदाता सूची में गड़बड़ी का मुद्दा सुर्खियों में है। विपक्ष लगातार भारतीय जनता पार्टी (BJP) और चुनाव आयोग पर सवाल उठा रहा है। इसी बीच रीवा से BJP सांसद जनार्दन मिश्रा ने एक चौंकाने वाला दावा किया है। उनका कहना है कि पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी के दौर में रीवा में एक ही घर से 1100 वोटर दर्ज किए गए थे, और इसी गड़बड़ी ने कांग्रेस की सत्ता को हिला दिया था।
सांसद का सनसनीखेज बयान
लगातार तीसरी बार रीवा लोकसभा सीट से जीत चुके सांसद जनार्दन मिश्रा ने एक कार्यक्रम में कहा—
“श्रीनिवास तिवारी के समय मतदाता सूची में भारी गड़बड़ी हुई थी। एक ही घर से 1100 वोटरों के नाम पाए गए। यही कारण था कि कांग्रेस सत्ता से बाहर हुई और बीजेपी ने सरकार बनाई।”
यह बयान ऐसे समय आया है जब विपक्ष भाजपा पर मतदाता सूची में हेराफेरी करने का आरोप लगा रहा है।
सोशल मीडिया पर बयान वायरल
सांसद का यह बयान सामने आते ही सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो गया।
- कई यूजर्स ने इसे लोकतंत्र के लिए खतरा बताया।
- कुछ ने कहा कि मिश्रा का बयान कांग्रेस के शासनकाल की गड़बड़ियों का खुलासा करता है।
- वहीं, कुछ ने इसे मौजूदा विवाद से ध्यान भटकाने का प्रयास करार दिया।
विपक्ष का पलटवार
कांग्रेस ने जनार्दन मिश्रा के बयान को भाजपा की रणनीति बताया। पार्टी नेताओं का कहना है कि यह “पुराने मामले उठाकर मौजूदा मुद्दों से ध्यान हटाने का तरीका” है।

कांग्रेस ने बिहार का उदाहरण दिया, जहां हाल ही में एक ही घर में 269 और 247 वोटरों के नाम दर्ज होने की शिकायत सामने आई। विपक्ष का आरोप है कि भाजपा और चुनाव आयोग मिलकर मतदाता सूची में फर्जीवाड़ा कर रहे हैं।
भाजपा का जवाब
बीजेपी ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह बयान कांग्रेस शासनकाल की गड़बड़ियों को उजागर करता है। पार्टी प्रवक्ता ने कहा—
“आज बीजेपी पारदर्शिता के साथ चुनाव करा रही है। विपक्ष अपनी हार से बौखलाकर झूठ फैला रहा है।”
रीवा का सियासी महत्व
रीवा लोकसभा सीट पर लंबे समय से भाजपा का दबदबा है।
- 2019 में जनार्दन मिश्रा ने कांग्रेस उम्मीदवार सिद्धार्थ तिवारी ‘राज’ को 3.12 लाख वोटों से हराया।
- 2024 में उन्होंने कांग्रेस की नीलम अभय मिश्रा को 1.93 लाख वोटों से पराजित किया।
रीवा की आठ विधानसभा सीटों पर भी भाजपा का मजबूत असर रहा है।
वोट चोरी पर राष्ट्रीय बहस
हाल के दिनों में बिहार और अन्य राज्यों में एक ही पते से सैकड़ों वोटरों के नाम दर्ज होने के कई मामले सामने आए हैं। विपक्ष इसे लोकतंत्र के लिए खतरा बता रहा है, जबकि भाजपा का कहना है कि यह कांग्रेस के शासनकाल की ही देन है।
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जनार्दन मिश्रा का यह खुलासा वोट चोरी की बहस को और तेज कर गया है। अब देखना होगा कि चुनाव आयोग इस पर क्या कदम उठाता है।