मध्यप्रदेश की लाड़ली बहना योजना महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण और लोकप्रिय योजना है, जिसका उद्देश्य राज्य की गरीब और पिछड़ी महिलाओं को आर्थिक मदद प्रदान करना है। इस योजना के तहत, पात्र महिलाओं को हर महीने 1250 रुपए की राशि उनके बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है। हाल ही में, जनवरी 2025 में, मुख्यमंत्री ने शाजापुर से इस योजना के तहत महिलाओं के खाते में 20वीं किस्त जारी की, लेकिन इस बार 3,576 महिलाएं इस योजना से बाहर हो गईं। आइए जानें कि इसका कारण क्या है।
क्या है कारण?
इस बार, 3,576 महिलाएं योजना से बाहर हो गईं क्योंकि उनकी आयु 60 वर्ष से ऊपर हो गई थी। 1 जनवरी को इन महिलाओं की उम्र 60 वर्ष से अधिक हो गई, जिससे उनका नाम योजना से हटा दिया गया। इस कारण से, अब इन महिलाओं को वृद्धावस्था पेंशन के लिए आवेदन करना होगा, और वे लाड़ली बहना योजना के तहत मिलने वाली वित्तीय सहायता से बाहर हो गईं।

आधार कार्ड में जन्म तिथि का फर्क
यह समस्या आधार कार्ड में दर्ज जन्म तिथि के कारण उत्पन्न हुई। जब आधार बनाने के लिए कैंप लगाए गए थे, तो कई महिलाओं के जन्म तिथि के रूप में 1 जनवरी को दर्ज कर दिया गया था। इसी कारण, जब एक जनवरी 2024 को इन महिलाओं की उम्र 60 वर्ष हो गई, तो वे योजना से बाहर हो गईं। इसके परिणामस्वरूप, इन महिलाओं के बैंक खातों में 1250 रुपए की किस्त नहीं आ पाई।
स्वेच्छा से योजना छोड़ने वाली महिलाएं
इस योजना से बाहर होने वाली महिलाओं में से कुछ ने स्वेच्छा से योजना का लाभ छोड़ने की जानकारी दी है। इन महिलाओं का कहना है कि उन्होंने कहीं भी आवेदन नहीं किया था, फिर भी उनका नाम योजना से हटा दिया गया। इसके बाद, इन महिलाओं ने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई है, और योजना के तहत फिर से लाभ प्राप्त करने के लिए पुनः आवेदन किया है।
क्या था योजना का उद्देश्य?
लाड़ली बहना योजना का उद्देश्य मध्यप्रदेश की महिलाओं को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है, खासकर उन महिलाओं को जिनके परिवार की वार्षिक आय 2.50 लाख रुपये से कम है। पहले चरण में, इस योजना का लाभ उन महिलाओं को दिया गया, जिनके पास ट्रैक्टर नहीं था, जबकि दूसरे चरण में उन महिलाओं को जोड़ा गया, जिनके पति के पास ट्रैक्टर था। इसके बाद, 3 लाख 18 हजार 997 महिलाओं ने योजना में आवेदन किया था।

नए साल में और महिलाएं बाहर होंगी
यह केवल जनवरी 2024 की स्थिति नहीं है, बल्कि अब जनवरी 2025 में भी बड़ी संख्या में महिलाएं इस योजना से बाहर हो गईं हैं, क्योंकि उनकी उम्र 60 वर्ष या उससे ऊपर हो गई है। इस कारण से योजना से बाहर होने वाली महिलाओं की संख्या में और वृद्धि हो सकती है।
लाड़ली बहना योजना एक बड़ी पहल है, लेकिन आधार कार्ड में दर्ज जन्म तिथि की गलतियों और उम्र की गणना के कारण कुछ महिलाओं को योजना से बाहर होने का सामना करना पड़ा है। इस मामले में, महिलाओं की शिकायतों के बढ़ने के कारण सीएम हेल्पलाइन पर ज्यादा शिकायतें आने की संभावना है। राज्य सरकार को इन समस्याओं को सुलझाने और महिलाओं को फिर से योजना के तहत लाभ प्रदान करने के लिए उपयुक्त कदम उठाने होंगे।