भोपाल। विदेश में मोटी सैलरी और बेहतर भविष्य का सपना देख रहे युवाओं के लिए इंटरनेट अब साइबर ठगी का नया अड्डा बन गया है। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से लेकर राजस्थान और उत्तर प्रदेश तक के कई युवा फर्जी वेबसाइटों और नकली एजेंटों के जाल में फंसकर अपना करियर, समय और पैसा—all कुछ खो चुके हैं।
इन फर्जीवाड़ों का जाल इतना गहरा है कि पीड़ित युवा केवल आर्थिक नुकसान ही नहीं झेल रहे, बल्कि उन्हें दक्षिण-पूर्वी एशियाई देशों में जबरन साइबर अपराध कराने तक के हालातों का सामना करना पड़ रहा है।
‘जॉब ऑफर’ बना साइबर गुलामी का रास्ता
साइबर सेल की जांच में सामने आया है कि म्यांमार और थाईलैंड जैसे देशों में नौकरी का झांसा देकर भारतीय युवाओं को बुलाया जाता है। वहां पहुंचने पर उनसे 18-18 घंटे काम कराया जाता है, वह भी पूरी निगरानी में। उनसे ऑनलाइन फ्रॉड और फर्जी कॉल सेंटर ऑपरेशन जैसे काम करवाए जाते हैं।
भोपाल का मामला: सीवी भेजा और फोन हो गया हैक
भोपाल के अंकित कुमार नामक युवक ने एक फर्जी जॉब वेबसाइट पर अपनी सीवी (CV) भेजी। इसके कुछ ही देर बाद उन्हें विदेश में नौकरी का ऑफर आया और ‘अपडेटेड सीवी’ भेजने के लिए कहा गया। जैसे ही उन्होंने वह फ़ाइल खोली, उनका मोबाइल फोन हैक हो गया और बैंक अकाउंट से पैसे उड़ गए। यह अब एक आम तकनीक बन चुकी है जिससे डेटा चुराकर ठगी की जा रही है।

साइबर सेल की चेतावनी और एडवाइजरी
मध्यप्रदेश स्टेट साइबर सेल के डीआईजी यूसुफ कुरैशी ने बताया कि युवाओं को जागरूक और सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा,
“कोई भी विदेशी जॉब ऑफर मिलने पर सबसे पहले उसका वेरिफिकेशन करें। एजेंट या वेबसाइट पर भरोसा करने से पहले भारतीय दूतावास से पुष्टि करें।”
साइबर पुलिस ने इस मुद्दे पर एक एडवाइजरी भी जारी की है जिसमें कुछ खास बातों पर ध्यान देने की अपील की गई है:
सावधान रहें: ये बातें ज़रूर याद रखें
- अनजान वेबसाइट पर अपना सीवी या पर्सनल डिटेल्स न भेजें।
- सोशल मीडिया से मिले जॉब ऑफर पर तुरंत भरोसा न करें।
- विदेश जाने से पहले संबंधित देश में स्थित भारतीय दूतावास से वेरिफिकेशन जरूर करें।
- किसी एजेंट से संपर्क करने पर उसकी पूरी जानकारी लें और उसका लाइसेंस और ट्रैक रिकॉर्ड जांचें।
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विदेश में नौकरी पाने का सपना हर युवा का हो सकता है, लेकिन यह सपना ठगी और साइबर गुलामी में तब्दील न हो, इसके लिए सतर्कता, जांच और जागरूकता बेहद जरूरी है। इंटरनेट की दुनिया में जितना आकर्षण है, उससे कहीं ज़्यादा खतरे भी छिपे हुए हैं।