Homeप्रदेशसरपंच का कारनामा: पूर्व से निर्मित सड़क में कराया जा रहा मुरूम...

सरपंच का कारनामा: पूर्व से निर्मित सड़क में कराया जा रहा मुरूम का छिड़काव

सरकार को लगेगी लाखों रुपए की आर्थिक चपत, जिम्मेदार मौन

सीधी। सरकारी खजाने में सेंध लगाने के लिए पूर्व से बनी सड़क पर नए सिरे से लीपापोती की जा रही है, जिससे सरकार के खजाने में लाखों रुपए की चपत लगेगी। यह मामला सीधी जनपद के समीपी ग्राम पंचायत उपनी का है, जहां सरपंच और रोजगार सहायक की मिलीभगत से कागजों में निर्माण दिखाते हुए सड़क पर मुरूम का छिड़काव किया जा रहा है।

गौरतलब है कि इस सड़क का निर्माण पहले ही एक क्रेशर संचालक ने निजी उपयोग के लिए उच्च गुणवत्ता के साथ कराया था। अब उसी सड़क में मिट्टी-मुरूम डालकर लाखों रुपए हड़पने के लिए ग्राम पंचायत द्वारा फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार, इस मार्ग को सुदूर सड़क योजना में शामिल कर सरपंच और रोजगार सहायक द्वारा फर्जी भुगतान कर अब तक लाखों रुपए आहरित किए जा चुके हैं। जनपद सदस्य श्रीमती प्रीति अनिल सिंह ने मामले की जानकारी मिलने पर रोजगार सहायक से पूछताछ की, जहां उन्हें भ्रामक और असत्य जानकारी देकर गुमराह करने की कोशिश की गई। जनपद सदस्य ने बताया कि वह ग्रामीणों के साथ जनसुनवाई में पहुंचकर कलेक्टर से मुलाकात करेंगी।

श्रमिकों की जगह दौड़ रही जेसीबी

ग्राम पंचायत उपनी में चल रहे इस फर्जी निर्माण कार्य को लेकर कई शिकायतें सामने आ रही हैं। जनपद सदस्य प्रीति अनिल सिंह ने आरोप लगाया कि यह कार्य श्रमिकों द्वारा किए जाने चाहिए थे, लेकिन सरपंच के निर्देश पर रोजगार सहायक ने जेसीबी और ट्रैक्टर से काम करवाया। सरकार की मंशा थी कि ऐसे निर्माण कार्यों के माध्यम से गांवों का विकास हो और श्रमिकों को रोजगार मिले ताकि पलायन रोका जा सके, लेकिन पंचायत की अनदेखी से स्थानीय लोगों को काम नहीं मिल रहा है।

जनपद सदस्य ने खोला मोर्चा

ग्राम पंचायत उपनी में पूर्व से बनी सड़क पर मिट्टी-मुरूम डालकर लाखों रुपए के गबन के खिलाफ जनपद सदस्य श्रीमती प्रीति अनिल सिंह ने मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने मीडिया को बताया कि फर्जी सुदूर मार्ग स्वीकृत कर लाखों रुपए मजदूरी के नाम पर आहरित किए जा रहे हैं, जबकि यह मार्ग पहले ही बन चुका है। उन्होंने भौतिक निरीक्षण कर रोजगार सहायक से बात की, जहां रोजगार सहायक ने स्वीकार किया कि “यहां ऐसे ही काम होता है, आप जाकर काम रोक दीजिए।” इससे स्पष्ट होता है कि यह पूरी तरह से मिलीभगत का मामला है।

जनपद सदस्य की चेतावनी

श्रीमती प्रीति अनिल सिंह ने कहा, “मेरे द्वारा इस मामले की जानकारी जनपद सीईओ को दी गई है। यदि समय पर जांच कर कार्यवाही नहीं की जाती, तो ग्रामीणों के साथ आंदोलन किया जाएगा। इस मामले को लेकर मैं मंगलवार को कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ से भी मुलाकात करूंगी।”

ग्राम पंचायत सचिव का बयान

ग्राम पंचायत उपनी के सचिव अशोक सिंह परिहार ने कहा, “श्रमिकों की फर्जी हाजिरी भरकर राशि आहरित की जा रही है। इस पूरे मामले की जानकारी मैंने जनपद सीईओ को दे दी है, लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।”

यह भी पढ़िए:-  आम आदमी पार्टी की बैठक: पंजाब को विकास का मॉडल बनाने पर जोर

RELATED ARTICLES

Most Popular